श्रीनगर में स्थिति सुधरने के साथ ही शनिवार (1 अक्टूबर) को कर्फ्यू हटा लिया गया लेकिन अलगाववादियों की हड़ताल लगातार 85 वें दिन जारी रहने के कारण कश्मीर घाटी में जनजीवन प्रभावित हुआ है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार (30 सितंबर) को लगाया गया कर्फ्यू श्रीनगर के इलाकों से हटा लिया गया है और कश्मीर में आज (शनिवार, 1 अक्टूबर) कहीं भी कर्फ्यू लागू नहीं है। उन्होंने बताया कि पूर्व में ग्रीष्मकालीन राजधानी के कुछ हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया था जो स्थिति में सुधार को देखते हुए आज (शनिवार, 1 अक्टूबर) सुबह हटा लिया गया। यहां शहर के मध्य में और आसपास निजी कारों की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। अधिकारियों ने अलगाववादियों द्वारा लाल चौक पर कब्जे के आह्वान और शुक्रवार की नमाज के बाद हिंसा की आशंका को देखते हुए शहर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था।

हालांकि, अधिकारी ने बताया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती उपाय के तहत पूरी घाटी में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाया गया है। इस बीच, कश्मीर में आज (शनिवार, 1 अक्टूबर) लगातार 85 वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ है। दुकान, पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं जबकि सार्वजनिक वाहन भी सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं। पूरी घाटी में स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान भी लगातार बंद है। अलगाववादी समूहों ने कुछ दिनों तक समय-समय पर छूट के साथ साप्ताहिक प्रदर्शन कार्यक्रम करने की घोषणा की है और अपना बंद छह अक्तूबर तक बढ़ा दिया है। अलगाववादियों ने लोगों से शनिवार (1 अक्टूबर) को श्रीनगर की ओर जाने वाले सभी अंतर-जिला मार्गों पर कब्जा कर लेने का आह्वान किया है।