कश्मीर में चल रहे प्रदर्शन में महिलाएं बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर रही हैं। अभी तक एक महिला की गोलीबारी में मौत हो गर्इ जबकि अस्पताल में भर्ती हैं। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हो रहे प्रदर्शनों में 10 महिलाएं घायल हुई हैं। महिलाओं को गोलियां भी लगी हैं और पत्थरबाजी से भी चोटें आई हैं। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले की 24 वर्षीया यास्मीना अख्तर प्रदर्शन के दौरान मरने वाली पहली महिला हैं। अख्तर को प्रदर्शन के दौरान गोली लगी थी, बाद में अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
कश्मीर में हालात खराब, अफ्रीका से PM मोदी ने डोभाल को 24 घंटे पहले किया रवाना
अख्तर के पड़ोसी ने बताया, ”वह अपने बेटे को ढूंढ़ने गई थीं। हमारे इलाके से मरने वाली वह पहली महिला हैं।” अनंतनाग जिला अस्पताल में 123 लोग प्रदर्शन के दौरान घायल होने के चलते भर्ती हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इनमें से अधिकतर महिलाएं हैं। इनमें से अधिकांश पिटाई के चलते घायल हुई हैं। मसूदा तबसुम और उनके पति प्रदर्शन के दौरान घायल हुए थे। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कश्मीर हिंसा: अनंतनाग में भीड़ ने लगाई कोर्ट में आग, अब तक 30 की मौत
मसूदा की बेटी ने बताया, ”पड़ोस में प्रदर्शन हो रहा था। जब हम अशजीपुरा पहुंचे तो मेरे अब्बा को पत्थर से चोट लगी। अम्मी को गोली लगी।” 70 साल की सारा बेगम भी प्रदर्शन के दौरान घायल हो गई। आरोप है कि सीआरपीएफ के जवानों ने उन्हें पीटा। श्रीनगर के श्री महाराजा हरी सिंह अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर नजीर चौधरी ने बताया कि अब तक 202 घायल मरीज भर्ती हुए हैं।