केंद्रीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की विजिट के दिन कश्‍मीर में हिंसा की घटनाएं देखने को मिली है। शोपियां जिले में लोगों ने निर्माणाधीन मिनी सेक्रेटेरियट बिल्डिंग में आग लगा दी। इस भवन में डिप्‍टी कमिश्‍नर का दफ्तर भी है। दक्षिणी कश्‍मीर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान 100 से ज्‍यादा लोग घायल भी हो गए। प्रदर्शन रविवार अलसुबह शोपियां और अनंतनाग में हुए। यहां पर पुलिस ने दो आजादी समर्थक रैलियों को रोक दिया और लोगों को हटाने के लिए बलप्रयोग किया। शोपियां के पिंजोरा गांव में पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने आंसू गैस और पैलेट गन का उपयोग किया। इसमें 100 से ज्‍यादा लोग जख्‍मी हो गए।

सुरक्षाबलों की कार्रवाई से गुस्‍साए लोग शोपियां में सड़कों पर उतर आए और निर्माणाधीन मिनी सेक्रेटेरियट को फूंक दिया। शोपियां में तैनात एक वरिष्‍ठ स्‍वास्‍थय अधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्‍पताल में 60 से ज्‍यादा लोग इलाज के लिए लाए गए। इनमें से तीन की आंखों में चोटें आई हैं। एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि नौ लोगों को श्रीनगर रैफर किया गया है। गौरतलब है कि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के कर्मचारियों के मीडिया से बात करने पर प्रतिबंध है।

अनंतनाग के सदूरा गांव में आजादी के समर्थन में रैली निकाली गई। वहीं फतेहपुरा गांव में सुरक्षाबलों ने ऐसा करने से रोक दिया। इस पर प्रदर्शन शुरू हो गया। श्रीनगर-जम्‍मू हाइवे पर बसे वेसू गांव में भी प्रदर्शन हुए। शनिवार को इसी इलाके में एक युवक की प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई थी। हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में 71 लोगों की जान जा चुकी है।