बीते 16 अगस्त को सीआरपीएफ और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में चार नागरिकों की मौत के खिलाफ अलगाववादियों के बडगाम जिले के अरीपथन इलाके तक के मार्च के आह्वान को देखते हुए कश्मीर के कई और इलाकों में आज ऐहतियात के तौर पर कर्फ्यू लगा दिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बडगाम जिले के अरीपथन और मागम इलाकों में भी कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।’ बीते आठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से घाटी में हिंसा का माहौल है। वानी की मौत के 42वें दिन भी सामान्य जनजीवन पंगु बना रहा। पूरे श्रीनगर जिले, अनंतनाग शहर, पंपोर शहर, शोपियां शहर, बारामुला के खानपुरा, गंदेरबल शहर और बांदीपुरा जिले के कलूसा में भी कर्फ्यू लागू है।

घाटी के शेष हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगे रहे। सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक की अध्यक्षता वाले अलगाववादी खेमे ने आंदोलन की अवधि 25 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी है। उन्होंने आज (शुक्रवार, 19 अगस्त) बडगाम के अरीपथन तक मार्च का आह्वान किया था। स्कूल, कॉलेज और निजी दफ्तर बंद रहे जबकि सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति कम रही। मोबाइल इंटरनेट और टेलीफोन सेवाएं भी निलंबित रहीं। बीते नौ जुलाई से शुरू हुई झड़पों के बाद से अब तक दो पुलिसकर्मियों समेत 64 लोग मारे जा चुके हैं और कई हजार लोग घायल हो चुके हैं।