जम्‍मू-कश्‍मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्‍तान से क्रॉस-बॉर्डर घुसपैठ रोकने को कहा है। शुक्रवार को मुफ्ती ने शांति वार्ता के लिए माहौल बनाने के लिए उद्देश्‍य से ऐसा किए जाने पर जोर दिया। पुलिस के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्‍होंने कहा, ”पाकिस्‍तान को यह समझना होगा कि दो देश सीमा बांटते हैं और क्षेत्र में शांति लाने के लिए, बातचीत शुरू करने के लिए, घुसपैठ रुकनी ही चाहिए।” पीडीपी नेता ने कहा कि विवादित आर्म्‍ड फोर्सेज स्‍पेशल पावर्स एक्‍ट (AFSPA) कश्‍मीर घाटी से तभी खत्‍म किया जाएगा जब राज्‍य में आतंकवाद पर लगाम लगेगी। मुफ्ती ने संकेत दिए कि सरकार AFSPA पर समझौता नहीं करेगी। उन्‍होंने कहा, ”हमें AFSPA हटाना ही होगा। लेकिन हमें उसके लिए समर्थन चाहिए। हम टुकड़ों में ऐसा कर सकते हैं, लेकिन आतंकवाद रुकना ही होगा।” महबूबा मुफ्ती ने पत्‍थरबाजी करने वालों पर सख्‍ती बरतने की बात कहते हुए कहा कि इससे कश्‍मीर मुद्दा नहीं सुलझेगा।

महबूबा मुफ्ती ने दिखाई सख्‍ती, देखें वीडियो:

हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद राज्य में 100 दिनों से भी ज्‍यादा समय से अशांत हालात की गवाह बनी घाटी को लेकर महबूबा ने हिंसा में शामिल लोगों पर सवाल उठाया और कहा कि भारत जैसे महान लोकतंत्र में बातचीत के जरिए कोई भी हल निकल सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीनने जैसे दुष्प्रचार पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वे उन्हें अपनी उन योजनाओं और कार्यक्रमों पर काम करने के लिए वक्त दें जो उन्होंने राज्य की शांति और प्रगति के लिए तैयार की हैं। महबूबा ने कहा कि समस्याओं और शिकायतों का समाधान निकालने के लिए बातचीत के अलावा और कोई तरीका नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बंदूक से हल नहीं निकल सकता। बंदूकों के बल पर कभी भी कोई हल नहीं निकला है।’

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उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोग बुरे नहीं हैं और न ही भारत बुरा है। चुनाव को लेकर कुछ गलतियां जरूर हुई हैं। यह जवाहरलाल नेहरू से लेकर आज तक के नेतृत्व और पार्टियों की गलती है।’