आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के चेयरमैन सैयद सलाउद्दीन ने एक बार फिर आतंकियों को भड़काने की कोशिश की है। सलाउद्दीन ने आतंकियों से आह्वान किया है कि वे बुरहान वानी की मौत के विरोध में हो रही रैलियों में शरीक न हों। इसके जगह वे सुरक्षा प्रतिष्‍ठानों पर हमला करने पर ध्‍यान केंद्र‍ित करें। सलाउद्दीन की यह अपील जिहाद काउंसिल की ओर से जारी एक बयान के तौर पर आया है। बता दें कि खबरें आई थीं कि बीते हफ्ते करीमाबाद, कैमोह और बिजबेहाड़ा में आयोजित विरोध प्रदर्शन और रैलियों में आतंकी भी शरीक हुए थे। सूत्रों ने द इंडियन एक्‍सप्रेस से बातचीत में बताया कि कुछ आतंकियों ने वहां जुटी भीड़ को संबोधित भी किया था।

पाक अधिकृत कश्‍मीर स्‍थ‍ित मुजफ्फराबाद में सलाउद्दीन की अगुआई में हुई बैठक के बाद जिहाद काउंसिल की ओर से एक बयान जारी किया। इसमें सलाउद्दीन ने कहा, ‘जंग में उतरे आजादी के लड़ाकों को विरोध प्रदर्शनों और रैलियों से दूर रहना चाहिए। घाटी में हालात का जायजा लेने का बाद यूनाइटेड जिहाद काउंसिल ने यह फैसला लिया है। लड़ाकों को सिर्फ सुरक्षा प्रतिष्‍ठानों को निशाना बनाना चाहिए।’ बयान में सलाउद्दीन के हवाले से कहा गया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर में सुरक्षा बल ‘निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने और उनकी हत्‍या करने के लिए बहाने खोज रहे हैं’।

बता दें कि 3 अगस्‍त को तीन अज्ञात आतंकी अपना चेहरा ढकककर अनंतनाग जिले के बिजबेहाड़ा के अरवानी में नजर आए थे। यह आयोजन अलगाववादी नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूख और यासीन मलिक की ओर से किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, इनमें से एक आतंकी ने रैली को संबोधित भी किया। उसने धमकी दी कि जो भी अलगाववादी नेताओं के बुलावे को नजरअंदाज करेगा उसे दुश्‍मन समझा जाएगा। आतंकी ने जम्‍मू कश्‍मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती पर आरोप लगाया कि वे लोगों की हत्‍याओं में शामिल हैं। दो अगस्‍त और एक अगस्‍त को भी आतंकी विरोध में हुई रैलियों में शामिल हुए थे।