कश्मीर की सत्ताधारी पार्टी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के विधायक ने हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को आतंकी मानने से इंकार किया है। बल्कि उन्हें उसे आतंकी की जगह पर धर्मात्मा बताया है। जिस विधायक ने यह बात कही है उनका नाम मुश्ताक अहमद शाह है। वह ट्राल से विधायक हैं। इसी इलाके में बुरहान वानी का घर भी है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अहमद ने कहा, ‘वह आतंकी नहीं था। लोग उसे इसलिए पंसद करते थे क्योंकि वह महान था और धर्मात्मा के चरित्र वाला था। हमारी पार्टी की उन लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है जो बुहरान वानी की मौत पर दुखी हैं। बल्कि हम तो मानते हैं कि बुरहान की मौत से अलगाववादियों को एक नई ताकत मिल गई है।’
बुरहान की मौत के बाद से नहीं जा पाए ट्राल: अहमद ने बताया कि 8 जुलाई को बुरहान का एनकाउंटर होने के बाद से वह ट्राल नहीं जा पाए हैं। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर का मुद्दा बुरहान की मौत से खत्म नहीं हुआ बल्कि यह और सुलग गया। अब हर राजनीतिक पार्टी, हर संस्था कश्मीर के मुद्दे को अपने ढंग से देख रही है।’
पिछली सरकार से सताया हुआ था बुरहान: अहमद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर भी आरोप लगाए। उनका कहना था कि बुरहान पिछली सरकार द्वारा सताए जाने और शोषण होने पर ऐसा बना था। अहमद ने कहा, ‘सभी जानते हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस युवाओं को थाने में जबरन बंद करवा देती थी और उनपर अत्याचार करती थी।’
अहमद ने पुलिस पर भी अत्याचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुलिस घाटी के लोगों को शांति से विरोध प्रदर्शन नहीं करने देती इस वजह से ही ऐसा माहौल बन जाता है।
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