अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन अल कायदा ने पहली बार जम्मू कश्मीर में एक आतंकी को अपना चीफ कमांडर बनाया है। ये आतंकी है हिज्बुल मजाहिदीन का सदस्य जाकिर मूसा। मूसा आतंकी बुरहान वानी की तरह की जम्मू कश्मीर में एक जाना पहचान नाम है और जम्मू कश्मीर में शरीयत कानून स्थापित करना चाहता है। अंग्रेजी अखबार गार्जियन के मुताबिक जाकिर मूसा के नियुक्ति की घोषणा ग्लोबल इस्लामिक मीडिया फ्रंट ने की है। ये संस्था अल कायदा से जुड़ा प्रोपेगैंडा चैनल है। रिपोर्ट के मुताबिक अल कायदा के भारतीय सेल को अंसार गजवा-उल हिंद कहा जाएगा। जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने भी इस खबर की पुष्टि की है। एसपी वैद्य ने अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया, ‘सोशल मीडिया पर कुछ आया है, हम इस बारे में जानकारी इक्ट्ठा कर रहे हैं।’ एसपी वैद्य ने कहा, अल कायदा से जुड़ा ये पहला नाम है, लेकिन इससे कुछ नहीं बदलता है, एक आतंकी हमारे लिए आतंकी ही है, चाहे वो किसी संगठन का हो।’

जम्मू कश्मीर पुलिस ने अब तक घाटी में किसी भी अतंर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन की मौजूदगी से इनकार किया है। हालांकि घाटी में पत्थरबाज अक्सर इस्लामिक स्टेट के झंडे के साथ नजर आते हैं। बता दें कि जाकिर मूसा को अल कायदा का चीफ घोषित करने से आतंकी संगठनों में दरार पड़ गई है। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूनाडेटड जिहाद काउंसिल के मुखिया सैयद सलाहुद्दीन ने कहा कि, कश्मीर में किसी भी अतंर्राष्ट्रीय संगठन जैसे कि इस्लामिक स्टेट, या फिर अल कायदा की जरूरत नहीं है, ना ही हम उनकी मौजूदगी चाहते हैं। यूनाडेटड जिहाद काउंसिल कश्मीर में भारत के खिलाफ काम कर रहे आतंकी संगठनों का सामूहिक प्रतिनिधित्व करता है।

बता दें कि बुरहान वानी की मौत के बाद जाकिर मूसा हिज्बुल की कमान संभाल रहा था। आतंकी जाकिर मूसा एक पढ़े लिखे परिवार से आता है। खुद जाकिर मूसा ने भी चंडीगढ़ के एक कॉलेज से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। इसके बाद उसने आतंक की राह पकड़ी। मूसा का भाई डॉक्टर है जबकि उसके पिता इंजीनियर हैं।