देश के पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की जन्म जयंती पर इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ और चेयरमैन रजत शर्मा ने उन्हें याद किया है। उन्होंने कहा कि वो सरकार और पार्टी के लिए मुसीबत में सहारा थे। उनका इशारा पिछले 33 दिनों से जारी किसान आंदोलन की तरफ था, जहां अन्नदाता मोदी सरकार से कृषि बिलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर सरकार को विपक्ष के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है।

रजत शर्मा ने सोमवार (28 दिसंबर, 2020) को ट्वीट कर कहा- वैसे तो हर दिन अरुण जेटली की याद आती है, पर आज उनके जन्मदिन पर ये याद करने का दिन है कि वो सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और नैतिकता की मिसाल थे। दोस्त हों, पार्टी या सरकार सब के लिए मुसीबत के वक्त में सहारा थे। इसलिए आजकल सब कहते है कि आज अरुण जेटली होते तो इतनी मुश्किलें ना होतीं। बता दें कि रजत शर्मा और अरुण जेटली दोनों कॉलेज के दिनों से दोस्त थे। हालांकि अपने ट्वीट के बाद रजत शर्मा सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। यूजर्स ने कहा कि आज ‘साहब’ को भी मुश्किल हो सकती थी।

ट्विटर यूजर @RamlakhanKurch4 रामलखन शर्मा लिखते हैं- ‘MSP रसूखदार लोंगों के लिए है। MSP खत्म हुआ, सारे बिल और कानून खुद ही समाप्त हो जाएंगे। इसका लाभ लेने के लिए ही रसूखदार लोगों के इशारे पर कानून बनाए गए है।’ दीप @blueredoran ने कहा- ‘रजत जी, आपके जैसे मित्रों के कारण ही ये हालात है। 25 साल में आप ‘आप की अदालत’ में अटके रह गए। कई अपेक्षाएं थीं, जो खत्म हो गई। आप ने अपने आपको को उसी कटघरे में कैद कर लिया जो आपके शो का सिंबल था।’

यहां देखें ट्वीट-

अमृता त्रिपाठी @SamajseviAmrita ने कहा- ‘सब कहते हैं का मतलब भाजपाई कहते हैं यही ना? देश तो कहता नहीं है कि वो होते तो इतनी मुश्किल ना होती। तुम भाजपाइयों की एक समस्या है कि तुम लोग अपने दिल की बात को देश की बात कहकर थोप देते हो!’ विक्रम कुमार @PhoneofVKS कहते हैं- ‘आज अरुण जी होते तो साहब को मुश्किल हो सकती थी।’ राजाराम शर्मा @Rajaram25213837 कहते हैं- ‘अगर आज जेटली जी जिंदा होते तो मोदी काला कानून नहीं बनाते।’