उत्‍तर प्रदेश के अमरोहा में घर में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने को लेकर तनाव बढ़ गया है। मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने स्‍थानीय लोगों के साथ बैठक की है। स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी तादाद में पुलिसबल भी तैनात कर दिया गया है। शिकायत मिलते ही स्‍थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई थी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। जानकारी के मुताबिक, यह घटना अमरोह जिले के गंगेश्‍वरी गांव की है। रेहरा पुलिस चौकी के प्रभारी किरण पाल सिंह ने बताया कि एक स्‍थानीय नागरिक ने शनिवार को पुलिस में मौखिक शिकायत दी थी। उन्‍होंने आरोप लगाया था कि मेडिकल स्‍टोर चलाने वाले जाकिर अली ने अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर अवैध तरीके से मदरसा खोल रखा है।

किरण पाल सिंह के मुताबिक, ‘शिकायतकर्ता ने पुलिस को अली के घर में नमाज पढ़ने के लिए कई मुस्लिमों के आने की बात भी बताई थी। अली के पास आने वाले अधिकतर लोग पड़ोस के एक गांव के थे।’ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जाकिर अली के घर में नमाज नहीं पढ़ने का आश्‍वासन दिया है। इसके बावजूद भी ऐसा किया जाता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, क्‍योंकि इससे कानून एवं व्‍यवस्‍था के लिए समस्‍या पैदा हो सकती है। इसको लेकर 15 मुस्लिमों को जमानतदार बनाया जाएगा।

हसनपुर (अमरोहा) के सर्किल ऑफिसर अजय कुमार ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्‍होंने कहा, ‘जाकिर अली अपने घर के ग्राउंड फ्लोर पर पिछले महीने से मदरसा चला रहे हैं। स्‍थानीय निवासियों की बैठक में मदरसा पर भी सवाल उठाए गए थे। इसके बाद अली इसे बंद करने के लिए तैयार हो गया था।’ मौजूदा हालात को देखते हुए किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्‍या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।