मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के लोग अब हथियार का लाइसेंस तभी बनवा सकेंगे, जब उनके उनके घर में टॉयलेट होंगे। लोगों को खुले में शौच करने से हतोत्साहित करने और घर में टॉयलेट्स बनवाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला प्रशासन यह अजीबोगरीब व्यवस्था लेकर आया है। गुरुवार को हथियार के लिए आवेदन करने वाले एक शख्स ने जब यह कबूला कि उसके घर पर टॉयलेट नहीं है तो उसे वापस कर दिया गया। उससे कहा गया कि वो टॉयलेट बनवाने के बाद दोबारा से आए।
राजगढ़ के कलेक्टर तरुण पिथौड़े ने द संडे एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘हथियार सुरक्षा देते हैं और टॉयलेट्स भी क्योंकि महिलाओं के साथ अपराध उस वक्त होता है, जब उन्हें खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। अगर आप एक हथियार पर पचास हजार खर्च कर सकते हैं तो टॉयलेट पर 10 हजार रुपए क्यों नहीं कर सकते।’ इस युवा आईएएस का कहना था कि लाइसेंस जारी करना विवेकाधिकार के तहत आता है और वे इस अधिकार का फैसला इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ‘गांवों के कुछ लोग स्कॉर्पियो की शान दिखा सकते हैं, लेकिन उनके घरों पर टॉयलेट नहीं होते।’

