केरल में आवारा कुत्तों के झुंड नब्बे वर्षीय राघवन नाम के एक व्यक्ति पर हमला किया जिसमें उनकी मृत्यु हो गयी। इस घटना के बाद केरल के वरकला में स्थानीय लोगों के एक समूह ने इन आवारा कुत्तों को खोज खोज उन्हें मौत के घाट उतार दिया। केरल के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोशल एक्टिविस्ट जोस मवेली की अगुवाई में स्थानीय लोगों के एक समूह जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं ने एक दिन में ही 90 आवारा कुत्तों को मौत की नींद सुला दिया।
जब पुलिस ने इस मामले में मवेली को गिरफ्तार करने की कोशिश की तो स्थानीय लोगों ने उसका विरोध किया। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों को खाली हाथ ही वापस आना पड़ा। इस घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। केरल में यह पहली घटना नहीं है जब आवारा कुत्तों से परेशान होकर लोगों ने कानून अपने हाथों में लेकर इन कुत्तों को समूह में मौत की नींद सुलायी हो। अभी पिछले महीने ही एक स्थानीय राजनीतिक पार्टी ने अभियान चलाकर आवारा कुत्तों को मौत के घाट उतारा था और उनके शवों को खंभे से लटका दिया था।
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वास्तव में केरल में आवारा कुत्ते एक बड़ी समस्या बन गए हैं। वहां लोगों में इस बात को लेकर काफी गुस्सा है और कई संगठन और व्यक्ति ऐसे हैं जिन्होंने कुत्तों को मारने के लिए गिरफ्तार किए गए लोगों के साथ अपना समर्थन जताया है और उनका केस लड़ने तक के लिए आगे आ रहे हैं। इससे पहले अगस्त महीने में केरल में आवारा कुत्तों ने एक महिला को अपना शिकार बनाया था। इस हमले में उस महिला की मौत हो गई थी। ये घटना तिरूवनंतपुरम सचिवालय से महज 20 किलोमीटर दूर स्थित पुल्लुविला में हुई थी, जहां 65 वर्षीय शीलुअम्मा समुद्र तट के पास बने शौचालय का इस्तेमाल करने गई थी। इसी दौरान दर्जनों कुत्तों ने शीलुअम्मा पर हमला कर दिया, जिसमें उनकी मौत हो गई गई थी।
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