महाराष्‍ट्र के कई इलाके सूखे की मार से प्रभावित हैं। ऐसे वक्‍त में एयरपोर्ट के करीब एक गांव में बने एक अस्‍थाई हेलिपैड के लिए हजारों लीटर पानी का इस्‍तेमाल किया गया। यहां रेवेन्‍यू मिनिस्‍टर एकनाथ खडसे का हेलिकॉप्‍टर लैंड हुआ था। मंत्री लातूर जिले में सूखे के हालात का जायजा लेने के लिए यहां आए थे।

स्‍थानीय अधिकारियों ने बेलकुंड गांव में बने हेलिपैड के लिए 10 हजार लीटर पानी खर्च किया। मंत्री खडसे यहां सूखे से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा करने आए थे। बता दें कि बेलकुंड लातूर से महज 40 किमी की दूरी पर है। जब लातूर को ट्रेन के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है, ऐसे में पानी की इस ‘बर्बादी’ के बारे में पूछा गया तो खडसे ने कहा कि उन्‍हें इस मुद्दे के बारे में जानकारी नहीं थी। विपक्षी एनसीपी ने इस मामले को बीजेपी के नेतृत्‍व वाली सरकार का ‘सत्‍ता का घमंड’ करार दिया है। एनसीपी के प्रवक्‍ता नवाब मलिक ने कहा कि घटना से पता चलता है कि सरकार सूखे के मुद्दे पर गंभीर नहीं है और सत्‍ता के नशे में चूर है। मलिक ने कहा, ”मंत्री लातूर में भी लैंड कर सकते थे, जहां एक ठीक ठाक एयरपोर्ट है। इसके बाद वे वाहन से गांव तक जा सकते थे। लेकिन खडसे सूखा प्रभावित इलाके के लोगों का अपमान करना चाहते थे जो पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं।” बता दें कि लातूर मराठवाड़ा क्षेत्र के सबसे बुरी तरह सूखा प्रभावित जिलों में है। समस्‍या से निपटने के लिए दो स्‍पेशल ट्रेनों से वहां पानी पहुंचाया जा चुका है।

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