उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान कई शहरों में हिंसक घटनाएं दर्ज की गईं। ज्यादातर जगहों पर तो भाजपा और सपा के कार्यकर्ता आपस में या पुलिस से उलझते दिखे। जहां इटावा में कुछ उपद्रवियों के एसपी के तमाचा मारने की बातें सामने आईं। वहीं, उन्नाव में एक सीडीओ के पत्रकार को जबरदस्त तरीके से पीटने की घटना भी सामने आई। इस मामले में सीडीओ दिव्यांशु पटेल विवादों में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर अब उनकी गिरफ्तारी की मांग भी उठने लगी है। साथ ही उनका एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें प्रशासनिक सेवाओं में सेलेक्शन के बाद आदर्शवादी बातें करते सुना जा सकता है।

वीडियो में क्या बोल रहे दिव्यांशु पटेल?: बताया गया है कि यह वीडियो उस समय का है, जब दिव्यांशु जेएनयू में पढ़ रहे थे और उनका यूपीएससी में चयन हुआ था। वीडियो में वे कहते हैं- “कुछ साल पहले विवेक कुमार सर के पास एम फिल जमा करने गया था। उन्होंने मजाक में कहा कि मैं तो साइन कर दे रहा हूं पर तुम गुरुदक्षिणा कैसे दोगे। मैं सर के घर में उनके रूम के अंदर बैठा था। मेरे मुंह से अचानक बिना सोचे उन्होंने सवाल किया और बिना सोचे मेरे मुंह से निकला कि सर आईएएस बनकर गुरुदक्षिणा दे देंगे। तो सर मेरी तरफ देखने लगे सीरियस होकर बोले- बन जाओगे। मैंने कहा सर बिल्कुल बन जाएंगे।”

वीडियो में दिव्यांशु पटेल आगे कहते हैं- “सर ने बहुत धीरे से बोला था लेकिन बहुत बड़ी बात बोली थी। बन जाने के बाद समाज को मत भूल जाना। जो समाज हम देखते हैं कि कभी कोई बूढ़ी औरत आती है और उसे ऑफिस से बाहर निकाल दिया जाता है। मैंने कई जगह बोला और ये मेरी अपनी सोच है। हो सकता है कुछ लोग इससे असहमति जताएं लेकिन जिस दिन मेरे ऑफिस से या मेरे जरिए या अचानक भावावेश में मैं किसी अध्यापक से या किसी वंचित तबके के आदमी से तल्ख लहजे में बात किया। क्योंकि मैं अकसर देखता हूं, मैं अपने स्कूल में गया था मैंने वहां अध्यापकों से कहा कि मुझे बहुत तकलीफ होती है कि कुछ लोग नाम के आगे अधिकारी लगाकर आ जाते हैं और आप लोगों से तल्ख लहजे में बात करते हैं। प्राइमरी का मास्टर ऐसा होता है, वैसा होता है। ये नहीं होना चाहिए, क्योंकि आप सिविल सेवा में हैं। आप सेवाभाव से जाइए आप अधिकारी भाव से जाएंगे शानो-शौकत के भाव से जाएंगे तो फिर मोटिव (उद्देश्य) उसका पूरा नहीं होने वाला है।'”

सोशल मीडिया पर गुस्साए लोग: दिव्यांशु के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जबरदस्त निशाना साधा। एक यूजर @drpathak004 ने कहा, “ऐसे लोगों के चयन से UPSC की चयन प्रक्रिया संदेह के घेरे में है और साथ ही आईएएस ट्रेनिंग सेंटर का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी। हम IAS के नाम पर काले अंग्रेज तैयार ना करें ये आज की परम आवश्यकता है। तुलसी दास जी बहुत पहले ही कह गए प्रभुता पाई जाहि मद नाहीं।” विनय कुमार नाम के एक और यूजर ने कहा, “वो दौर दूसरा था ये दौर दूसरा है……पढ़ाई के समय समय देवांशु पटेल सिविल सर्विस की सोचते था और अब अधिकारी बन कर पीट रहा है पत्रकार को….”