(Himachal Pradesh) हिमाचल प्रदेश के कुल्लू (Kullu) जिले में करीब 300 साल पुराना प्राचीन मंदिर जल कर राख हो गया। बताया जा रहा है कि लकड़ी से बने इस मंदिर में कई अष्ट धातु की मूर्तियां थीं। इसके अलावा प्राचीन शैली के इस मंदिर में कई बहुमूल्य वस्तुएं थी जो जलकर स्वाहा हो गईं। एक अनुमान के मुताबिक इस आग से लगभग पांच करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। बता दें कि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। फिलहाल अभी आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है।

मंदिर में लगी आग: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल्लू के निरमंड की कुश्वा ग्राम पंचायत में करीब 300 साल पुराना माता दमाशन माता का पांच मंजिला मंदिर है। जिसमें शनिवार देर को भीषण आग गई। इस मंदिर के आस-पास बने घरों के लोगों ने आननफानन फायर ब्रिगेड को बुलाया और आग को गांव तक फैलने से रोक लिया। लेकिन इस दौरान मंदिर जलाकर राख हो गया। मंदिर कमेटी के लोगों ने बताया कि आग लगने की वजह से मंदिर का कोई सामान (मूर्तियां भी) नही बचाई जा सकी। उन्होंने बताया कि मंदिर में कई पौराणिक बेशकीमती सामान था।

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क्या-क्या सामान जला: खबरों के मुताबिक, कुल्लू के मंदिर में लगी आग से मंदिर का भवन, माता जी का रथ, अष्टधातु की कई मूर्तियां, अष्टधातु की मोहरे, चांदी की मोहरे, ढोल, छड़ी, थाली समेत कई अन्य सामान जल गए। फायर ब्रिगेड और सीआईएसएफ के जवानों ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया।

होगा पुनर्निर्माण: आग लगने की घटना के बाद रविवार को मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक किशोरी लाल ने ग्रामीणों से मंदिर का पुनर्निर्माण करने का वादा किया। जबकि एसडीएम ने बताया कि शुरुवाती जांच में करीब एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।