केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार (10 दिसंबर) को ‘भगवद गीता’ को जीवन का सार बताया और कहा कि उसका संदेश विश्व को आतंकवाद समेत उन समस्याओं से निजात दिला सकता है जिनसे मानवता जूझ रही है। उन्होंने यहां अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के समापन दिवस पर एक कार्यक्रम में कहा कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो पूरी दुनिया को आध्यात्मिकता का संदेश दे सकता है। गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारे संतों ने वसुधैव कुंटुम्बकम का संदेश दिया है और पूरी मानवजाति को अपने पविार की तरह समझा है। दुनिया के हर धर्म का अपना ग्रंथ है जो ईश्वर का मार्ग दिखाता है। लेकिन गीता एक मात्र ऐसा ग्रंथ है जिसका पालन कर दुनिया में रहते हुए भी आध्यात्मिकता हासिल की जा सकती है।’ सिंह ने इस बड़े आयोजन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘शायद यह कार्यक्रम में देश में अपने तरह का पहला कार्यक्रम है जो कभी न देखने को मिला और न ही सुनने को।’