तमिलनाडु के रहने वाले एक 35 वर्षीय इंजीनियर को एक सहयात्री के यौन शोषण के आरोप में नौ साल की सजा सुनाई गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रभु राममूर्ति नाम का यह शख्स 2015 में एच-1बी वीजा पर अमेरिका गया था। उस पर इसी साल जनवरी में एक हवाई यात्रा के दौरान महिला से यौन शोषण करने का आरोप लगा था। इसके बाद अब अमेरिका की डेट्रॉयट कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया और नौ साल जेल की सजा सुना दी। राममूर्ति को अगस्त में ही दोषी करार दिया गया था।
अपराध के वक्त पत्नी भी साथ थी
कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक राममूर्ति ने 3 जनवरी को लास वेगास से डेट्रॉयट जाते समय फ्लाइट में सो रही एक महिला का यौन शोषण किया था। हैरानी की बात यह है कि इस अपराध के दौरान उसकी पत्नी भी साथ में ही बैठी हुई थी। जब पीड़िता की नींद खुली तो उसने कपड़ों को अस्त-व्यस्त हालत में पाया।
अटॉर्नी ने की पीड़िता की तारीफ
सजा सुनाने वाले जज टेरेंस बर्ज ने कहा कि फैसले से इस तरह के अपराध करने वालों को सीख मिलेगी। उल्लेखनीय है कि फरियादी के वकील ने राममूर्ति को कम से कम 11 साल की सजा सुनाने की अपील की थी। सजा के ऐलान के बाद अटॉर्नी मैथ्यू श्नाइडर ने पीड़िता की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सामने आकर शिकायत करने की हिम्मत जुटाई। इससे इस तरह के अपराधियों को सख्त संदेश देने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि केस की सुनवाई के दौरान राममूर्ति ने खुद को अंग्रेजी नहीं आने की बात कही थी लेकिन जांच में पता चला की वह अच्छी-खासी नौकरी करता है।