बीते शुक्रवार (15 जुलाई) को जेल से बाहर आए पटेल आरक्षण के नेता हार्दिक पटेल अपनी जमानत की शर्त के अनुरूप रविवार (17 जुलाई) सुबह राजस्थान के उदयपुर के लिए रवाना हो गए। गुजरात उच्च न्यायालय ने हार्दिक को जमानत देते हुए यह शर्त रखी थी कि वह अगले छह माह के लिए राज्य से बाहर रहेंगे। इस अवधि में 22 वर्षीय हार्दिक कांग्रेस के पूर्व विधायक और स्थानीय पटेल नेता पुष्करलाल पटेल के उदयपुर स्थित आवास में रहेंगे।
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता और हार्दिक के करीबी सहयोगी दिनेश बंभानिया के अनुसार, पटेल आरक्षण आंदोलन के पुरोधा ने रविवार (17 जुलाई) सुबह करीब साढ़े सात बजे अपने पैतृक स्थान वीरमगम से उदयपुर के लिए अपनी यात्रा शुरू की। बंभानिया ने कहा, ‘हार्दिक दोपहर को उदयपुर पहुंचे। गुजरात सीमा पर उनके समर्थकों ने उनका अभिवादन किया। राज्य से निकलने से पहले हार्दिक ने उत्तरी गुजरात के विभिन्न इलाकों में जाना था लेकिन समय की कमी के कारण उन्हें अपनी यात्रा को छोटा करना पड़ा और वह सीधे उदयपुर के लिए निकल गए।’
उच्च न्यायालय ने देशद्रोह के दो मामलों में और विसनगर विधायक के कार्यालय में हिंसा से जुड़े एक मामले में जमानत देकर हार्दिक की रिहाई का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, हार्दिक को जेल से रिहाई के 48 घंटे के भीतर गुजरात छोड़ना था। उनकी 48 घंटे की यह अवधि रविवार (17 जुलाई) सुबह 11 बजे पूरी हो रही थी। इसलिए हार्दिक रविवार (17 जुलाई) को जल्दी ही उदयपुर के लिए निकल गए।
सूरत और अहमदाबाद की सत्र अदालतों के समक्ष दिए हलफनामों में हार्दिक के वकीलों ने जानकारी दी है कि हार्दिक राजस्थान के उदयपुर में एयरपोर्ट रोड स्थित श्रीनाथ नगर के मकान संख्या 190 में रहेंगे। इस मकान के मालिक पुष्करलाल पटेल हैं, जो कांग्रेस के पूर्व विधायक और स्थानीय पटेल नेता हैं। पुष्करलाल पटेल ने संवाददाताओं को बताया, ‘मैंने अपने मकान में हार्दिक के लिए सब इंतजाम कर दिए हैं। हार्दिक हमारे समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उन्हें राजस्थान में भी पटेल समुदाय का समर्थन है।’
