गुजरात में एक महिला पुलिस सब इंस्पेक्टर (PSI) ने कांग्रेस विधायक वीरजी थुम्मार पर अभद्रता का आरोप लगाया है। अडालज पुलिस स्टेशन में तैनात सब इंस्पेक्टर ने इस मामले में विधायक के खिलाफ एक शिकायत गुजरात महिला आयोग में की है। हालांकि विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि वह आयोग को मामले में जवाब देंगे जब उन्हें समन भेजा जाएगा। जानकारी के मुताबिक घटना कथित तौर पर 18 सितंबर की है, उस दिन स्टेट असेंबली में मानसून सीजन का पहला दिन था और शिकायकर्ता PSI तब असेंबली कॉम्प्लेक्स के गेंट नंबर एक पर तैनात थीं।
अपनी पहचान उजागर ना करने की शर्त पर PSI ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘उस दिन, हमें निर्देश दिए गए कि सिर्फ विधायकों और सचिवालय के कर्मचारियों को ही आईकार्ड देखने के बाद अंदर जाने दिया जाए। तयनुसार मैं अपनी ड्यूटी कर रही थी तभी विधायक ने बिना किसी वजह मुझे धक्का दिया। इसलिए मैंने उस दिन महिला आयोग में शिकायत की थी। मैं सिर्फ यही चाहती हूं कि आयोग विधायक के खिलाफ उदाहरणात्मक एक्शन ले। ताकी ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों।’
वहीं घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अमरेली जिले में लाठी चुनाव क्षेत्र से विधायक थुम्मार ने कहा, ‘मुझपर जो आरोप लगे हैं वो पूरी तरह निराधार और खेदजनक हैं। मैं असेंबली के गेट नंबर एक पर था और विधानसभा के निर्वाचित सदस्य के रूप में समय पर विधानसभा पहुंचने का मेरा विशेषाधिकार था। तब मेरे पास कार्ड भी था जो गले में लटका था। फिर वो मेरी पहचान बताने के लिए जोर दे रहे थे। उस वक्त तीन कांग्रेस महिला विधायक भी मेरे साथ थीं। ऐसे में महिला PSI के साथ दुर्व्यवहार करने का कोई सवाल ही नहीं है। ना तो मैं और ना ही कोई कांग्रेस नेता ऐसा करेगा।’
कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि मुझे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण लग रहा है कि इस घटना को लिंग विवाद से जोड़ा जा रहा है। एक पुलिसकर्मी, एक पुलिसकर्मी होता है। इसमें कोई जेंडर नहीं हो सकता। इस मामले में अगर महिला आयोग मुझे बुलाता है तो मैं अपना जवाब विस्तार से दूंगा। दूसरी तरफ गुजरात महिला आयोग की चेयरपर्सन लीलाबेन अंकोलीया से जब इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
