उदयपुर के स्मार्ट विलेज में दिव्यांगों के लिए सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार (7 सितंबर) से शुरू हुआ यह कार्यक्रम रविवार (8 सितंबर) तक होगा। कार्यक्रम को आयोजित करने वाली सामाजिक संस्था नारायण सेवा संस्थान के मुताबिक दो दिवसीय सामूहिक विवाह समारोह के दौरान 52 जोड़े अपने जीवन के नए दौर में प्रवेश करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस संस्था ने पिछले 19 सालों में दिव्यांगों और अभावों से जूझ रहे लोगों के लिए 32 सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किए हैं जिनमें लगभग 1500 से ज्यादा जोड़ों की शादियां करवाई जा चुकी हैं।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल कहते हैं, ‘एक इंसान के रूप में इस परंपरा ने हमें यह विश्वास दिलाने में मदद की है कि विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। करीब दो दशकों से पद्म श्री सम्मान हासिल कर चुके कैलाश अग्रवाल इस विवाह परंपरा को बढ़ा रहे हैं। मुख्य पुजारी के मार्गदर्शन में 52 पुजारी और 52 वेदपाठी विवाह की रस्में पूरी करवा रहे हैं। रविवार को सुबह 10 बजे से तोरण और वरमाला समारोह का आयोजन किया जाएगा। दुल्हन और दूल्हे के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्य और संबंधित अतिथि इस अवसर के साक्षी बनेंगे।
जीवन के किसी भी स्तर पर खुद को किसी भी तरह से वंचित महसूस कर रहे शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के लिए यहां सभी सुविधाओं से लैस एक स्मार्ट विलेज है। नारायण सेवा संस्थान ने पिछले 30 वर्षों में 3.5 लाख से अधिक रोगियों का ऑपरेशन किया है और मुफ्त में सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाओं, दवाओं और टेक्नोलॉजी का लाभ देते हुए उन्हें पूर्ण सामाजिक-आर्थिक सहायता प्रदान की है।
इस संस्थान के पास 1100 बिस्तरों वाले अस्पताल की सुविधा भी है, जहां न केवल विभिन्न शारीरिक विकलांगों का इलाज होता है बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास भी प्रदान किया जाता है। राजस्थान के उदयपुर के पास स्थित इस स्मार्ट विलेज बाड़ी में रोजाना हजारों मरीजों की सेवा की जाती है। नारायण सेवा संस्थान में आने वाले रोगियों के भौतिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्वास के लिए कोई कैश काउंटर या पेमेंट गेटवे नहीं है, सभी सुविधाएं निशुल्क हैं।
