Greater Noida News: बारिश के मौसम में जल निकासी की समस्या के चलते जलभराव बड़ी समस्या बन सकता है। इस बात को जानते हुए भी दिल्ली-एनसीआर के तहत आने वाले ग्रेटर नोएडा की एक सोसायटी में इस मानसून में जलभराव और गंदगी का अंबार लगा है लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, जो कि संक्रमण वाली बीमारियों की वजह भी बन सकता है। ऐसा भी नहीं है कि यह हाल केवल एक ही सोसायटी का ही है, बल्कि ग्रेटर नोएडा में कई बिल्डिंग्स में रह रहे लोग इन्हीं समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
दरअसल, यह मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एम्स ग्रीन एवेन्यू सोसायटी का है, जिसमें रहने वाले लोगों ने अपनी परेशानियां शेयर की हैं और बताया है कि कैसे बिल्डिर की गलतियों का अंजाम उन्हें भुगतना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि उन्होंने सोसायटी की खामियों को लेकर बिल्डर से शिकायत भी की है लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
ठगा हुआ महसूस कर रहे लोग
लोगों का कहना है कि बिल्डिंग के बेसमेंट में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जिसके चलते संक्रमण रोगों का खतरा बढ़ रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ग्रीन एवेन्यू सोसायटी के लोगों ने बताया कि बिल्डिंग में बेसिक सुविधाएं तक बर्बाद हो चुकी है और लिफ्ट ने भी काम करना बंद कर दिया है, जिसके चलते लोगों को ऊंची-ऊंची बिल्डिंग्स में चढ़ने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
सोसायटी में रह रहे करीब 250 परिवार परेशान हो चुके हैं और बिल्डिंग में घर लेकर खुद को ठगा हुआ तक महसूस कर रहे हैं। बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने कहा है कि सोसायटी का बिल्डर एक राजनेता है। वह बहुजन समाज पार्टी का सांसद रह चुका है और फिलहाल राष्ट्रीय लोकदल में शामिल एक बड़ा नेता है।
बिल्डर पर लोगों का फूटा गुस्सा
लोगों का कहना है कि वे पिछले दो साल से परेशान हैं, क्योंकि यहां न तो लिफ्ट ठीक से काम करती है और न ही स्वीमिंग पूल या क्लब चालू किए गए हैं। इतना ही नहीं, लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि कई ऐसे फ्लैट्स हैं, जिनकी अभी तक रजिस्ट्री भी नहीं हो पाई है। लोगों का सबसे बड़ा आरोप यह है कि कई बार बिल्डर से इन सारी समस्याओं को लेकर शिकायत की गई, लेकिन बिल्डर ने कभी किसी बात पर ध्यान ही नहीं दिया।
खबरें यह भी हैं कि बिल्डर को अभी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को एक बड़ी रकम देनी है लेकिन अभी तक उसने अथॉरिटी को यह रकम नहीं दी है। हैरानी की बात यह भी है कि अभी तक प्राधिकरण बिल्डर से यह रकम नहीं बसूल पाया है।
