जानेमाने ब्रिटिश इतिहासकार डेविड आर्मिटेज ने आज कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद विश्व युद्ध से लेकर अब तक देशों के बीच संघर्ष न होने से कायम समग्र वैश्विक शांति अब पहले से कहीं ज्यादा ‘अनिश्चित’ है । जयपुर साहित्योत्सव में एक सत्र को संबोधित करते हुए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गृह युद्धों के इतिहास और इसके बदलते स्वरूप पर चर्चा कर रहे थे । आर्मिटेज ने कहा, ‘‘एक ऐसा शख्स, जिसका नाम अब भी मैं राष्ट्रपति के तौर पर इस्तेमाल नहीं कर सकता…उसे जल्द ही परमाणु कोड मिलने वाला है….उनकी अस्थिरता, बंदूक प्रेम और अमेरिका को दुनिया के खिलाफ खड़ा करने की इच्छा का मतलब है कि लंबी शांति की अवधि अब खत्म होने वाली है । मुझे आशंका है कि हम एक ऐसी दुनिया की तरफ लौट सकते हैं जिसमें देशों के बीच संघर्ष फिर से हो सकता है ।’
उन्होंने कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अब अमेरिकी नागरिक ‘‘अनिश्चित क्षेत्र’’ में है और नए राष्ट्रपति ‘‘पतन की ओर जाती शक्ति’’ के संकेत हैं । आर्मिटेज ने यह चेतावनी भी दी कि राजनीतिक आधार पर चरम धु्रवीकरण समकालीन राजनीति का ‘‘डराने वाला’’ पहलू बनता जा रहा है ।
साहित्योत्सव के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बुकर अवॉर्ड से सम्मानित लेखक पॉल बिट्टी ने ट्रंप के वादे करने की प्रवृति के कारण उन्हें ‘‘कार बेचने वाले शख्स’’ जैसा बताया और कहा कि अमेरिका के नए राष्ट्रपति से उन्हें ‘‘कोई उम्मीद नहीं’’ है । उन्होंने कहा, ‘‘मैंने शपथ-ग्रहण नहीं देखा है । मैंने बस कुछ झलकियां और भाषण का लिखित रूप देखा । उनका अंदाज काफी डराने वाला है । मुझे कोई उम्मीद नहीं है । मैं ऐसा ही महसूस कर रहा हूं ।’’

