राजस्थान के जोधपुर जिले में एक दहलाने वाली घटना सामने आई है। जोधपुर से 100 किलोमीटर दूर हरियाढाणा गांव में एक 20 साल की ललिता नाम की लड़की को जिंदा जला दिया गया। लड़की को जिंदा जलाने का आरोप गांव के सरपंच और उसके साथियों पर लगा है। कुछ गांव वालों ने पुलिस को बताया कि ललिता का झगड़ा पेड़ काटने की वजह से हुआ था। ललिता पेड़ काटने का विरोध कर रही थी, जिसके बाद संरपच और उसके आदमियों ने 20 साल की लड़की पर पेट्रोल डाला और जिंदा जला दिया। लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन सुबह उसकी मौत हो गई।
मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि हरियाढाणा गांव में बन रही सड़क को पटवारी, सरपंच और कुछ अन्य लोग जान- बूझकर उनके खेत से निकालने की कोशिश कर रहे थे, जिसके कारण उनके खेत में लगे पेड़ों को काटा जा रहा था। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के भाई ने बताया कि गांव के सरपंच रणवीरसिंह, पटवारी ओमप्रकाश, श्रवणसिंह, हिम्मतसिंह, मदनसिंह, सुरेश, बाबू और भैरूबख्श ने उसकी बहन ललिता पर पेट्रोल डालकर जला दिया। मृतक के परिवार ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
इस मामले की जांच कर रहे थानाप्रभारी सुरेश चौधरी ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है। आरोपियों पर जल्द कारवाई की जाएगी। ANI से बात करते हुए थानाप्रभारी ने कहा कि सरपंच, पटवारी और अन्य लोगों ने पेट्रोल डालकर लड़की को जिंदा जला दिया गया। फिलहाल शव को शवगृह में रखा गया है। मामले की जांच चल रही है। शीघ्र ही जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
गांव के लोगों ने बताया कि यह घटना शनिवार को हुई जब ललिता अपने खेत में लगे पेड़ों को काटने का विरोध कर रही थी। गांव के सरपंच के लोगों ने ललिता पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई। आग लगने के बाद मदद के लिए ललिता इधर- उधर दौड़ी लेकिन किसी ने मदद नहीं की। काफी देर के बाद उसकी बहन आई, जिसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ललिता को जोधपुर के एमजीएच अस्पताल में भर्ती करवाया लेकिन वो जिंदा नहीं बच पाई।