हरियाणा के गुरुग्राम स्थित उलावास इलाके में गुरुवार तड़के करीब 5 बजे 4 मंजिला निर्माणाधीन इमारत ढह गई। करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद बचाव टीम तीन डेडबॉडी निकाल चुकी है। इमारत में अब भी 17-18 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
साइबर हब से 12 किमी दूर हुआ हादसा : बताया जा रहा है कि यह हादसा गुरुग्राम के साइबर हब से करीब 12 किलोमीटर दूर उलावास में हुआ। इसकी वजह से आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। मामले की जानकारी मिलते ही हरियाणा फायर एवं इमरजेंसी सर्विसेज की टीम और पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। वहीं, एनडीआरएफ गाजियाबाद और द्वारका (दिल्ली) की 3 टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। फिलहाल बुलडोजर से मलबा हटाया जा रहा है।
बारिश की वजह से ढही इमारत : बचाव दल का कहना है कि इमारत ढहने से ठीक पहले इलाके में तेज बारिश हुई थी। ऐसे में बारिश को इस हादसे की वजह माना जा रहा है। इस इमारत में आसपास काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड समेत अन्य लोग रहते हैं, जो घटना के वक्त सो रहे थे।
150 लोग बचाव कार्य में जुटे : गुरुग्राम के एसडीएम संजीव सिंगला का कहना है कि यह इमारत कमजोर थी और इसे किसी विशेषज्ञ से सलाह लिए बिना बनाया जा रहा था। करीब 150 लोग बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। हमें बताया गया हैं कि मलबे में 6-7 लोग दबे हुए हैं। हालांकि, इसकी सटीक जानकारी नहीं मिली है।
मॉनसून के दौरान एनसीआर में ढही थीं कई इमारतें : गौरतलब है कि पिछले कई महीनों के दौरान एनसीआर में इमारतों के ढहने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इससे पहले मॉनसून के दौरान ग्रेटर नोएडा में एक इमारत ढह गई थी, जिसमें 9 लोगों ने जान गंवाई थी। वहीं, गाजियाबाद में बिल्डिंग ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई थी।