गुजरात पुलिस ने एक ऐसी  ठगी के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है जो खुद को डिप्टी कलेक्टर बताती थी और लालबत्ती गाड़ी में चलती थी। पुलिस के मुताबिक महिला ने हाल ही में एक व्यक्ति से करीब 40 लाख रुपए की ठगी की। बता दें महिला ने फर्जी सरकारी आई कार्ड से एक घर भी किराए पर लिया था। जिसके बाद महिला ने मकान मालिक को झींगा मछली पालन का बिजनेस शुरू करने के लिए पार्टनर बनाने का झांसा दिया और अपने जाल में फंसा लिया।

कौन है आरोपी महिला: पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला का नाम नेहा बिपिन पटेल है। जिसे पुलिस ने सोमवार को हारडोली से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। बता दें कि महिला ने अपने मकान मालिक संजय मोरकर को झींगा मछली पालन का बिजनेस शुरू करने के लिए पार्टनर बनाने का झांसा देकर 32.40 लाख रुपए ठग लिए थे। वहीं मकान के 4.32 लाख रुपए किराया भी नहीं दिया और फरार हो गई।

पीड़ित का क्या है कहना: पीड़ित/ शिकायतकर्ता संजय मोरकर ने बताया कि नेहा बिपिन पटेल ने 2010 ने उनसे घर किराए पर लिया था। जिसमें उसने कहा कि उसकी बच्ची की पढ़ाई के लिए उसे यहां रहना पड़ रहा है। इसके साथ ही महिला ने खुद को डिप्टी कलेक्टर बताया। इसके साथ ही रेंट एग्रीमेंट के लिए उसने जो आई कार्ड की कॉपी दी, उसमें उसका पद वडोदरा शहरी विकास सत्तामंडल की डिप्टी कलेक्टर लिखा हुआ था।

लाल बत्ती में करती थी सफर: पीड़ित ने बताया कि महिला का आई कार्ड देखकर मैंने उसे बंगला किराए पर दे दिया। वो लाल बत्ती गाड़ी में सफर करती थी। इसके साथ ही उसका खुद का एक ड्राइवर और 2-3 स्टाफ भी थे। इससे महिला पर कभी किसी को शक नहीं हुआ। उसने फिर साथ मिलकर झींगा मछली पालन का बिजनेस शुरू करने का झांसा दिया और फाइल पास कराने के नाम पर 50 लाख रुपए मांगे। लेकिन पीड़ित ने 32.40 लाख रुपए ही महिला को दिए। वहीं घर का किराया भी बकाया था।

 

जांच में जुटी पुलिस: पुलिस के मुताबिक महिला जमीन की दलाली का काम करती थी। वहीं उसके पास आई कार्ड और बाकी चीजें कैसे आईं। इस बारे में पुलिस जांच कर रही है।