विहिप के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व उद्योगपति विष्णुहरि डालमिया का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। रामजन्म भूमि आन्दोलन के प्रमुख नेताओं में से एक, विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में वरिष्ठ सलाहकार विष्णुहरि डालमिया का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को निधन हो गया। यह जानकारी श्रीकृष्ण जन्मस्थान ट्रस्ट के तहत श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर से जुड़े सभी मंदिरों का प्रबंधन संभालने वाले श्रीकृष्ण सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने दी। डालमिया इस ट्रस्ट के लंबे समय तक मैनेंजिंग ट्रस्टी भी रहे थे। उन्होंने राम मंदिर बनाने के पक्ष में भी खूब आवाजें उठाई थीं। अफसोस वह उनका यह सपना अधूरा रह गया।
कपिल शर्मा ने फोन पर बताया, ‘‘डालमिया को 22 दिसम्बर की सुबह अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गंभीर हालत की वजह से उन्हें आईसीयू में रखा गया। अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, उन्हें |क्सीजन की कमी हो जाने के कारण फेफड़ों से कफ निकालने में अक्षमता जैसी गंभीर समस्याएं थीं।’ शर्मा ने बताया, ‘‘14 जनवरी को उनकी इच्छानुसार उन्हें उनके गोल्फ लिंक रोड स्थित आवास पर ले आया गया। चिकित्सकों ने वहीं पर आइसीयू स्थापित कर उनका इलाज किया।
लेकिन आज सुबह श्वसन संबंधी दिक्कतों के चलते प्रात: नौ बज कर करीब 38 मिनट पर उनका निधन हो गया।’’ 91 वर्षीय विष्णुहरि डालमिया अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप द्वारा 90 के दशक में चलाए गए राम मंदिर आन्दोलन के अगुआ नेता थे। 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी ढांचा ढहाए जाने के बाद सरकारी पक्ष की ओर से दर्ज कराए गए मामले में उन्हें भी सह-अभियुक्त बनाया गया था।