उत्तर प्रदेश के कन्नौज में अपनी बेटी के लिए इंसाफ की उम्मीद में उसके शव को करीब एक महीने से ‘सहेज कर’ रखने वाले व्यक्ति की इस आशा को जीवंत रखते हुए जिला प्रशासन ने मंगलवार को शव के दोबारा पोस्टमार्टम की अनुमति दे दी। कन्नौज के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि 19 अप्रैल को संदिग्ध हालात में एक इमारत से गिरने से मृत ग्रेटर नोएडा के एक कॉलेज में बीटेक की छात्रा के पिता विशंभर यादव ने उनसे मुलाकात करके अपनी बेटी की मौत की परिस्थितियों के बारे में जानकारी दी और शव के दोबारा पोस्टमार्टम की मांग की।

झा ने बताया कि उन्होंने नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से इस बारे में बात की, जिन्होंने शव के दोबारा पोस्टमार्टम पर रजामंदी दे दी है। अब उपजिलाधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक स्तर के एक-एक अधिकारी की देखरेख में नोएडा से आए तीन डॉक्टरों का पैनल ऋतु के शव का दोबारा पोस्टमार्टम करेगा। इस संपूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। मालूम हो कि तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के शहनापुर गांव के निवासी विशंभर यादव की पुत्री ऋतु नोएडा के एक निजी कॉलेज में बीटेक के द्वितीय सेमेस्टर की छात्रा थी। वह एक इमारत में किराए के कमरे में रह रही थी। 19 अप्रैल की सुबह ऋतु संदिग्ध परिस्थितियों में इमारत की 17वीं मंजिल से नीचे आ गिरी और उसकी मौत हो गई। छात्रा के परिजन ने उसकी हत्या किए जाने का आरोप लगाया था और वे उसके शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराना चाहते हैं।

इसके लिए उन्होंने नोएडा में अफसरों के दरवाजे खटकाए। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बहरहाल, न्याय की आस में उन्होंने अब तक अपनी पुत्री का दाह संस्कार नहीं किया और शव को कोई रसायन लगाकर ताबूत में बंद करके समाधि बना दी। शव पर रोज पानी डालकर उसे गीला किया जा रहा है, ताकि उसे सुरक्षित रखा जा सके। पुलिस को ऋतु के शव के पास से एक खत मिला था, जिसमें उसने अपने साथ कमरे में रहने वाली रिचा, विजया, सीमा और प्रीति पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने चारों लड़कियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था।