BJP MLA Munirathna Bengaluru: कर्नाटक के बेंगलुरु में बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री मुनिरत्ना पर किसी ने अंडा फेंक दिया। इसके बाद अच्छा-खासा राजनीतिक बवाल शुरू हो गया। मुनिरत्ना ने आरोप लगाया कि उनकी जान लेने की कोशिश की गई है। बीजेपी नेता ने कहा कि अगर उनके साथ कुछ भी गलत होता है तो इसके लिए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, उनके भाई डीके सुरेश, कांग्रेस नेता कुसुमा और उनके पिता हनुमंतरायप्पा जिम्मेदार होंगे।
अंडा फेंकने की यह घटना उस वक्त हुई, जब मुनिरत्ना स्थानीय बीजेपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लक्ष्मी देवी नगर वार्ड जा रहे थे। जब वह अपने समर्थकों के साथ बीजेपी दफ्तर की ओर बढ़ रहे थे तभी एक शख्स ने उन पर अंडा फेंका जो उनके सिर पर लगा।
मौके पर मौजूद पुलिस ने इस शख्स को हिरासत में ले लिया।
मुनिरत्ना ने पत्रकारों को बताया कि जिस जगह यह घटना हुई, वहां 100 पुलिसकर्मी मौजूद थे जिन्होंने बताया कि वह उनकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं क्योंकि ऐसी सूचना है कि उनकी हत्या की जा सकती है।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
विधायक मुनिरत्ना ने और भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि इस साल नवंबर के महीने में दो लोग वकील के वेश में उनसे मिलने आए और उन्हें बताया कि उनकी हत्या हो सकती है। विधायक ने कहा कि उन्होंने इसे लेकर भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई को पत्र लिखा है और बताया है कि अगर उनकी हत्या हुई तो इसके लिए शिवकुमार, सुरेश, कुसुमा और हनुमंतरायप्पा जिम्मेदार होंगे।
बीजेपी नेता मुनिरत्ना के आरोपों का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और पूरी जानकारी मिलने के बाद ही वह कुछ कहेंगे।
2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे मुनिरत्ना
मुनिरत्ना का पिछले कुछ सालों से डीके भाइयों से झगड़ा चल रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव में राजराजेश्वरी नगर सीट से मुनिरत्ना को हराने के लिए डीके भाइयों ने कांग्रेस उम्मीदवार कुसुमा का जमकर प्रचार किया था लेकिन फिर भी मुनिरत्ना ने चुनाव में जीत हासिल की थी। मुनिरत्ना 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे।
मुनिरत्ना के खिलाफ हाल ही में दो मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से पहला मामला एक ठेकेदार को कथित तौर पर जाति के आधार पर गाली देने का है जबकि दूसरा मामला दुष्कर्म का है। उन्हें सितंबर में गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन अक्टूबर में उन्हें जमानत दे दी गई थी।