बीजेपी के सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में गूगल ट्रांसलेट के अनुवाद करने की प्रक्रिया पर निशाना साधा। यादव के अनुसार, संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सवालों के हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में गलत अनुवाद की वजह से परीक्षार्थियों को होने वाली समस्या चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि गूगल द्वारा अंग्रेजी में लिखे शब्दों का गलत अनुवाद किया जाता है। बता दें कि यादव ने गुरुवार (01 अगस्त) को यह मुद्दा राज्यसभा में उठाया। हालांकि, इस मामले में गूगल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
यह है पूरा मामलाः बता दें कि संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सवालों का अनुवाद करने के लिए गूगल का प्रोडक्ट गूगल ट्रांसलेट का प्रयोग किया जाता है। वहीं इसके काम करने के तरीके पर सवाल उठा है। बीजेपी सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा ‘संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सवालों का हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद इस तरह होता है कि मेधावी छात्र भी उसे समझ नहीं पाते। अंग्रेजी के प्रश्नपत्रों का अनुवाद गूगल से किया जाता है। सवाल ही गलत होगा तो उत्तर कैसे दिया जा सकेगा।’
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गूगल ट्रांसलेट ‘स्टील प्लांट’ को ‘इस्पात का पौधा’ अनुवाद करता हैः यादव ने उदाहरण देते हुए बताया कि अंग्रेजी में लिखे शब्दों ‘स्टील प्लांट’ का गूगल ट्रांसलेट हिंदी में अनुवाद ‘इस्पात का पौधा’ के रुप में करता है। ऐसे में इसे कौन समझ पाएगा कि इस सवाल में क्या पूछा गया है। उन्होंने कहा कि गलत अनुवाद की वजह से हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के परीक्षार्थियों की सफलता का प्रतिशत काफी प्रभावित होता है।
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सिविल सेवा सर्विसेज के एप्टिट्यूट टेस्ट बंद होः मामले में यादव ने बयान देते हुए कहा, ‘जब प्रधानमंत्री दूसरे देशों की यात्रा पर जाते हैं और वहां पर हिंदी में बोलते हैं या संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हिंदी में भाषण देते हैं तो पूरा देश गौरवान्वित होता है। लेकिन हमारे ही देश में हिंदी किस कदर उपेक्षित है, उसका पता संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सवालों के हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में गलत अनुवाद से चल जाता है।’ इस मामले में उन्होंने सरकार से सिविल सेवा सर्विसेज के एप्टीट्यूट टेस्ट को बंद करने तथा हिंदी की उपेक्षा खत्म करने की मांग की है। वहीं विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध भी किया।