HIV Positive Patient In Firozabad: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद (Firozabad) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मेडिकल कॉलेज हास्पिटल (Medical College Hospital) में दाखिल गर्भवती (Pregnant) के परिजनों का आरोप है कि प्रसव (Delivery) के दौरान मरीज को डॉक्टरों ने केवल इस वजह से छूने से इन्कार कर दिया, क्योंकि महिला एचआईवी पॉजिटिव (HIV Positive) थी। हालांकि बाद में उच्च अधिकारी के कहने पर डॉक्टरों ने अपना काम किया। लेकिन इस सारी खींचतान में नवजात की मौत हो गई।
दरअसल सोमवार (21 नवंबर 2022) को जिले के सरकारी अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (Department Of Gynecology And Obstetrics) में एक गर्भवती डिलीवरी के लिए पहुंची। जब उसका चेकअप किया गया तो रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव आया। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद डॉक्टर और अस्पताल के अन्य स्टाफ उससे दूरी बनाने लगे। न तो कोई उसको किसी तरह की दवा आदि दी और न ही उसका कोई इलाज किया।
डॉक्टरों के इंकार पर परिजनों ने किया हंगामा
जब छह घंटे तक उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया तो परिजन परेशान हो गये। परिवार के कुछ लोग डॉक्टरों से उसका डिलीवरी कराने का अनुरोध किया तो वे उसको छूने से भी मना कर दिये। इससे घर वालों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ सीनियर डॉक्टरों के कहने पर उसकी डिलीवरी कराई गई, लेकिन इससे पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। घर वालों का कहना है कि अगर डॉक्टरों ने समय पर डिलीवरी कराई होती तो बच्चे की जान बच जाती।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बनाई जांच कमेटी
घटना की जानकारी पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल मंगलवार को अस्पताल पहुंचे तथा डॉक्टरों और परिजनों से बात की। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए दो लोगों की एक कमेटी बनाई गई है। इसमें अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (Chief Medical Superintendent) और एनेस्थीसिया विभाग (Department Of Anesthesia) के चीफ शामिल हैं। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल का कहना है कि कमेटी की जांच में अगर कुछ गलत मिला तो दोषी पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।