Goa: गोवा के वेलसाओ गांव में स्थानीय लोग और रेलवे एक बार फिर आमने सामने हैं। गांव के लोगों का दावा है कि रेलवे उनकी निजी जमीन पर कब्जा कर रहा है। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) वेलसाओ गांव में 260 मीटर लंबा सर्विस ट्रैक बना रहा है। जिसे स्टेशन हब या इंजन बदलने के लिए ट्रैक मशीन साइडिंग भी कहा जाता है। गांव के लोगों का दावा है कि जिस जमीन पर यह निर्माण किया जा रहा वह उनकी निजी जमीन है। जबक आरवीएनएल ने दावा किया है कि निर्माण रेलवे के स्वामित्व वाली संपत्ति में किया जा रहा है, जो मौजूदा रेलवे ट्रैक से लगभग 10 मीटर की दूरी की सीमा के भीतर है।
क्या हैं दावे ?
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने जनवरी के आखरी सप्ताह में साइड ट्रैक का निर्माण फिर से शुरू किया था। जिसे लेकर पहले भी विवाद होता रहा है। आरवीएनएल ने दावा किया है कि निर्माण रेलवे के स्वामित्व वाली संपत्ति में किया जा रहा है। जो मौजूदा रेलवे ट्रैक से लगभग 10 मीटर की दूरी की सीमा के भीतर है।
यह निर्माण गोवा के वेलसाओ गांव में बड़ते विरोध के बाद महीने के शुरू में रोक दिया गया था। हालांकि निवासियों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को गोवा पुलिस के संरक्षण में आरवीएनएल के अधिकारियों ने उस परिसर की दीवार को तोड़ दिया था जिसे हाल ही में एक निवासी द्वारा बनाया गया था। वह उसकी अपनी जमीन पर बनाया गया निर्माण था।
गांव की सरपंच का क्या कहना है ?
वेलसाओ गांव की सरपंच मारिया डायना गौविया का कहना है कि गांव के लोगों की जमीन के लिए निजी सर्वेक्षकों को नियुक्त किया गया है। जिन्होंने इसे निजी मालिकों के लिए सीमांकित किया है। इस प्रक्रिया के बाद गांव के लोगों ने अपने हिस्से की जमीन को संजोया है, वहां बाड़ लगाई है। हालांकि गोवा पुलिस की सुरक्षा में आरवीएनएल के अधिकारियों ने शुक्रवार को इस संपत्ति में प्रवेश किया और बाड़ को तोड़ दिया। हमने अपनी संपत्ति के दस्तावेज पेश किए लेकिन अधिकारी उन्हें देखना नहीं चाहते थे।
डायना गौविया ने बताया कि अधिकारियों के पास इस कार्रवाई को लेकर कोई दस्तावेज़ तक उपलब्ध नहीं थे। पंचायत कानूनी कार्रवाई का सहारा लेगी और पूरी तरह गांव के लोगों के साथ खड़ी है।
Writer Eeshanpriya MS