हत्या और रेप के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के संचालक राम रहीम को 30 दिन की पैरोल दी गई है। शुक्रवार सुबह सुरक्षा के बीच राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आए। पैरोल मिलने के बाद गुरमीत राम रहीम ने बागपत के बरनावा आश्रम में रहने की मांग की थी। उन्हें सुनारिया जेल से लेने के लिए उनके चचेरे भाई चरणजीत और मुंह बोली बेटी हनीप्रीत पहुंची थी।
आश्रम पहुंचने के बाद दोपहर करीब 12 बजे बाबा राम रहीम ने अपने ऑफिशियल पेज पर लाइव आकर अपने समर्थकों से घर में रहने की अपील की। लाइव में गुरमीत राम रहीम सिंह ने कहा, “आप सभी को और आपके परिवार के लोगों को बहुत-बहुत आशीर्वाद। आप लोग हमेशा कहते थे बाबा जी कब आओगे, लो जी राम जी ने सुन ली है। हम आपकी सेवा में आपके सामने खड़े हैं।” उन्होंने आगे लिखा, “पर एक बात आपसे कहना चाहते हैं, आपने हमेशा हमारी बात मानी है। हमने आपको 10 चिट्ठियां लिखीं, आपने बड़े प्यार से वो सारी सुनी, पढ़ीं और अच्छा लगा कि आपने सारे वचन माने।”
सेवादारों की मानें बात: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने आगे कहा, “अब आपसे गुजारिश है कि अपने-अपने घरों में रहिएगा। अपना काम करते रहिएगा। आप लोग हमेशा खुश रहें। वचन मानना, प्रशासन का भी साथ देना। जैसा वो चाहते हैं, वैसा करना।” राम रहीम ने कहा, “अगले आदेश तक अपने घरों में ही रहें। पहले भी आप लोगों ने करके दिखाया है। आप लोगों के सामने जिन सेवादारों को भेजा जाएगा उनकी बात भी माननी है। आपने अपनी मर्जी से भागदौड़ नहीं करनी है। ये मेरा आप सबसे हाथ जोड़ के निवेदन, आशीर्वाद और वचन है।”
इससे पहले 7 फरवरी 2022 को गुरमीत राम रहीम को 21 दिन की पैरोल दी गई थी। 28 फरवरी को पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद राम रहीम को सुनारिया जेल लाया गया था। साल 2021 में भी डेरा प्रमुख को अपनी बीमार मां से मिलने के लिए सुबह से शाम तक का आपातकालीन पैरोल दी गई थी।
मिली थी जेड प्लस सुरक्षा: फरवरी 2022 में राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा दी गई थी। सरकार ने खालिस्तानियों से खतरा बताते हुए उनकी सुरक्षा को बढ़ाया था। सरकार ने सुरक्षा का आधार एडीजीपी सीआईडी की रिपोर्ट को बताया था। रिपोर्ट के मुताबिक गुरमीत राम रहीम को खालिस्तान समर्थक नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसलिए उनकी सिक्योरिटी बढ़ाई जा रही है।