महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आतंकी दाऊद इब्राहिम की 3 संपत्तियां मंगलवार (14 नवंबर) को नीलाम कर दी गई हैं। इन संपत्तियों को 11 करोड़ 50 लाख रुपये में सैफी बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट (एबीयूटी) ने खरीदा है। दाऊद की संपत्तियों में भिंडी बाजार स्थित रौनक अफरोज होटल, याकूब स्ट्रीट स्थित शबनम गेस्ट हाउस और पकमोडिया और याकूब स्ट्रीट के कॉर्नर पर बनी दमारवाला इमारत के 6 फ्लैट शामिल हैं। अफरोज होटल 4.53 करोड़, दमारवाला बिल्डिंग 3.53 करोड़ और शबनम गेस्ट हाउस 3.52 करोड़ रुपये में बिकी है। अॉल इंडिया हिंदू महासभा ने भी इन संपत्तियों को खरीदने की इच्छा जताई थी। वह यहां टॉयलेट बनाना चाहती थी। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने होटल रौनक अफरोज, जिसे दिल्ली जायका के नाम से भी जाना जाता है, के अलावा दाऊद की पांच दूसरी संपत्तियों को बेचने के लिए अखबारों में विज्ञापन दिया था। दमारवाला बिल्डिंग में हाल तक दाऊद का भाई इकबाल कास्कर रहता था। ये वही गली है, जहां 80 के दशक में दाऊद इब्राहिम रहता था। बाद में भारत की सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती की वजह से दाऊद को भारत से बाहर भागना पड़ा।
भारत सरकार रौनक अफरोज होटल समेत दाऊद इब्राहिम से जुड़ी पांच परिसंपत्तियों को नीलाम करना चाहती थी। दो साल पहले भी सरकार ने दाऊद की मानी जानी वाली इन परिसंपत्तियों को नीलाम करने की कोशिश की थी। रिपोर्ट के अनुसार इस बार दाऊद की जायदाद को खरीदने के लिए कई लोगों ने ई-नीलामी में आवेदन भेजा था। हिन्दू धार्मिक गुरु स्वामी चक्रपाणि ने घोषणा की थी कि वो भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम की इमारत को खरीदकर वहां सार्वजनिक शौचालय बनाने वाले हैं।
#Mumbai: Saifee Burhani Upliftment Trust won auction for three properties of Dawood Ibrahim. The trust won the auction for Shabnam Guest House, six flats in Damarwala building and a restaurant Rounaq Afroz: Saifee Burhani Upliftment Trust Spokesperson
— ANI (@ANI) November 14, 2017
चक्रपाणि ने दाऊद इब्राहिम की कार को एक नीलामी में खरीद कर उसे सार्वजनिक रूप से जला दिया था। चक्रपाणि ने दावा किया था कि उन्हें उसके बाद कई बार दाऊद से धमकियां मिलीं। चक्रपाणि ने दावा किया कि उन्हें एक मैसेज मिला था जिसमें लिखा था, “मैं अपने टारगेट से वीडियो गेम की तरह खेलता हूं। ज्यादा खुश मत हो। इंतजार करो।” चक्रपाणि का दावा है कि ये संदेश उसे छोटा शकील ने भेजा था। ऐसी धमकियों के चलते चक्रपाणि को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।