कांग्रेस ने बुधवार को छह नगर निगमों के विपक्ष के नेताओं का एलान किया। इनमें विश्व हिंदू परिषद् के जनरल सेक्रेटरी प्रवीण तोगडिया और एक बीजेपी एमएलए के रिश्तेदारों के नाम भी शामिल हैं।
कांग्रेस लीडरशिप ने प्रवीण तोगडिया के चचेरे भाई प्रफुल्ल छगन तोगडि़या उर्फ पप्पन को सूरत नगर निगम के विपक्ष के नेता के तौर पर चुना है। पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रफुल्ल इससे पहले बीजेपी के साथ थे, लेकिन उन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा। प्रफुल्ल एक रीयल एस्टेट ब्रोकर भी हैं। पाटीदारों के कथित पुलिस उत्पीड़न के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। सूरत में कांग्रेस ने 21 सीटें जीतीं। पप्पन वार्ड नंबर पांच से विजेता थे। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पप्पन ने कहा, ”मुझे खुशी है कि पार्टी ने मुझ पर भरोसा दिखाया है और मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मैं कड़ी मेहनत करूंगा।” इस बीच वडोदरा में बीजेपी एमएलए मधु श्रीवास्तव के चचेरे भाई चंद्रकांत श्रीवास्तव को नगर निगम के विपक्ष के नेता के तौर पर दूसरी बार चुना गया है। वडोदरा म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के वार्ड नंबर 16 से चंद्रकांत पार्षद हैं। उन्हें अपने तीखे भाषणों की वजह से जाना जाता है। कांग्रेस को लगता है कि 2012 में पहले कार्यकाल के दौरान श्रीवास्तव ने सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ ठीक तरीके से आवाज बुलंद की थी।