भागलपुर राजद ज़िला अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव हैंं। इनका मनोनयन तिरुपति यादव के निलंबन के बाद किया गया था। चंद्रशेखर इसके पहले नाथनगर प्रखंड अध्यक्ष थे। इनकी पत्नी रिंकू राज भागलपुर ज़िला महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष हैंं। चंद्रशेखर यादव ने जनसत्ता से बातचीत में बताया कि रिंकू राज पहले से अध्यक्ष हैंं। प्रदेश स्तर पर नई अध्यक्ष नियुक्त की जा चुकी हैं, लेकिन भागलपुर महिला प्रकोष्ठ की नई अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। चंद्रशेखर यादव ने उम्मीद जताई कि रिंकू राज को ही फिर से मौका मिलेगा।
चंद्रशेखर यादव के दो फुफेरे भाइयों को भी पद की रेबड़ी मिली है। बरारी के प्रदीप लाल यादव निराला भागलपुर महानगर राजद के महासचिव हैंं। इनके सगे छोटे भाई प्रवीण यादव को युवा राजद महानगर अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। हालांकि प्रदीप कुमार यादव निराला भागलपुर नगर निगम के उपमहापौर रह चुके हैंं और सक्रिय राजनीति में पहले से हैं। प्रदीप बताते हैं कि प्रवीण छोटा भाई जरूर है, मगर राजनीति में वह पहले से सक्रिय है।
जानकार बताते हैं कि राजद की भागलपुर कमेटी और प्रकोष्ठ में और भी कई आपस में रिश्तेदार हैंं। वैसे राजद प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह का रवैया भी संगठन के मामले में ढुलमुल ही नजर आता है। तभी पूर्व जिलाध्यक्ष तिरुपति यादव और युवा राजद जिलाध्यक्ष मो. मेराज अख्तर उर्फ चांद का निलंबन थोड़े रोज में ही वापस ले लिया गया। उन्हें प्रमोशन देकर प्रदेश कमेटी में सचिव पद पर बैठा दिया।
ध्यान रहे कि बीते साल दिसंबर में नागरिक संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ राजद ने बंद की अपील की थी। तब भागलपुर में एक ऑटो रिक्शा के साथ तोड़फोड़ करते राजद कार्यकर्ताओं का वीडियो वायरल हुआ था। भागलपुर राजद जिलाध्यक्ष तिरुपति यादव और भागलपुर युवा राजद के जिलाध्यक्ष मो.मेराज अख्तर उर्फ चांद के खिलाफ एफआईआर भी हुई थी। वे जेल भी भेजे गए थे। इसी पर राजद प्रदेश अध्यक्ष ने इन दोनों को पार्टी से निलंबित कर दिया था। तिरुपति की जगह चंद्रशेखर इसी साल फरवरी में जिलाध्यक्ष पद पर मनोनीत किए गए थे।
मगर कुछ दिनों बाद ही तिरुपति यादव सौभाग्यशाली साबित हुए और प्रदेश कमेटी में स्थान पा गए। मो.मेराज अख्तर चांद का तकदीर भी चन्द्रग्रहण के ठीक एक दिन पहले बुलंदी पर हो गया। इनका मनोनयन प्रदेश युवा राजद के सचिव पद पर आज यानि 4 जून को हुआ है। इससे यह जाहिर हुआ कि निलंबन की कार्रवाई आम लोगों की आंखों पर पर्दा डालने के लिए की गई थी।
खैर अब सभी कोरोना के बीच में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के मूड में है। भागलपुर संसदीय सीट की छह विधानसभा सीटों में कहलगांव और भागलपुर शहरी सीट कांग्रेस के कब्जे में है। वहीं पीरपैंती, बिहपुर राजद के पास है। नाथनगर और गोपालपुर पर जदयू काबिज है।
भाजपा भागलपुर की किसी सीट पर नहीं है। लेकिन इस दफा भाजपा सीटें हासिल करने पूरा दम लगाने की कोशिश में है। वक्त बताएगा क्या होगा। फिलहाल हरेक दल में टिकटों की मारामारी होनी है।
