उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में सरकार द्वारा संचालित केएस साकेत डिग्री कॉलेज के छात्रों सहित छह लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। कॉलेज के प्राचार्य ने सभी के खिलाफ “राष्ट्र-विरोधी नारा लगाने” (आज़ादी) का आरोप लगते हुए शिकायत दर्ज़ कराई थी। इन छात्रों ने छात्र संघ चुनावों की तारीखों की घोषणा में हो रही देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।

प्रिंसिपल एन डी पांडे ने बताया कि 16 दिसंबर को कॉलेज परिसर में “ले के राहें आजादी जैसे अभद्र और राष्ट्र विरोधी नारे लगाए गए थे।” छात्रों ने यह प्रदर्शन कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने के फैसले के विरोध में किया था। प्रिंसिपल की लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस ने 18 दिसंबर को सुमित तिवारी, शीश नारायण पांडे, इमरान हाशमी, सात्विक पांडे, मोहित यादव और मनोज मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।

इन सभी पर आईपीसी सेक्शन 124-ए (देशद्रोह), 147 (दंगा) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा लोक सेवकों को बाधा पहुंचाने के आरोप में भी इसके खिलाफ कार्यवाही की गई है। अयोध्या पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर, आशुतोष मिश्रा ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के दौरान सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। हम सीसीटीवी फुटेज, वीडियो को स्कैन करेंगे। यदि कोई अपराध किया गया है, तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

प्रिंसिपल की शिकायत में कहा गया है, “प्रवेश प्रक्रिया और कक्षाएं 7 दिसंबर से कॉलेज में चल रही हैं। इस दौरान, कुछ बाहरी लोगों, असामाजिक तत्वों और तथाकथित नेताओं ने छात्र चुनाव की मांग को लेकर विरोध शुरू कर दिया। 16 दिसंबर को, इन छात्रों ने कॉलेज में प्रवेश किया और मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया और शिक्षकों, कॉलेज प्रशासन और छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कक्षाओं को बाधित कर दिया … वे ले कर राहेंगे आज़ादी जैसे अभद्र और देश विरोधी नारे लगा रहे थे। घटना के कारण कॉलेज के छात्रों में गुस्सा और भय है। ”