कर्नाटक में 13 वर्षीय कब्बडी खिलाड़ी ने अपने कोच पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। खिलाड़ी के द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद स्पोर्ट्स अॉथरिटी ने सीनियर कोच रूपेंद्र वी होशमानी को निलंबित कर दिया था। इस घटना के कुछ दिन बाद कोच ने होटल के एक कमरे में फांसी लगा सुसाइड कर लिया। पुलिस ने सोमवार (15 अक्टूबर) को कोच का शव कमरे से बरामद किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, होशमानी जिनकी उम्र 59 साल थी, वे बैंगलुरू स्थित स्पोर्ट्स ऑथरिटी ऑफ इंडिया (साई) ट्रेनिंग सेंटर से जुड़े हुए थे। पिछले सप्ताह आरोप की आंतरिक जांच के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। रविवार को उन्होंने देवेनगिरि के हरिहर टाउन स्थित एक होटल में चेक इन किया। इसके बाद वे कमरे से बाहर नहीं निकले। होटल कर्मचारियों ने अनहोनी की आशंका के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और देखा कि होशमानी ने आत्महत्या कर ली है।

पुलिस ने कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट पर लिखा है, “मैं काफी दुखी हूं। कारण यह है कि….मुझे माफ कर देना।” होशमानी ने अपनी पत्नी देविका, बेटे राकेश, नजदीकी रिश्तेदारों और मित्रों को संबोधित करते हुए यह नोट छोड़ा था। एक पुलिस ने बताया कि उसमें लिखा था कि उन्होंने जो किया उसके लिए वे उन सभी से माफी मांगते हैं। उन्होंने अपने बेटे को मां की देखभाल करने के लिए और उनके शरीर को दान करने के लिए कहा। सुसाइड नोट में लिखा है, “तुम अपनी मां का ध्यान रखना। मैं दुखी हूं। यही वजह है… मुझे माफ कर देना।” सोमवार को हरिहर सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद होशमानी के शव को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया।

छेड़छाड़ की यह घटना कथित तौर पर स्पोर्ट्स ऑथरिटी ऑफ इंडिया के नार्थ बैंगलुरू स्थित सेंटर के कब्बडी क्षेत्र के समीप लड़कियों के ड्रेसिंग रूम में 9 अक्टूबर को हुई थी। लड़की शोर करते हुए ड्रेसिंग रूम से बाहर भाग गई थी। इसके बाद उसने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी, जिन्होंने बाद में होशमानी के साथ हाथापाई की थी। अगले दिन 10 अक्टूबर को साई अाॅथरिटी ने आंतरिक समिति को पूरे मामले की जांच का आदेश दिया और होशमानी से पूछताछ की गई। इसके बाद उनका निलंबन कर दिया गया था। वहीं, इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत जांनभारती पुलिस थाने में एक मुकदमा भी दर्ज किया गया था।