मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा पहुंचे कमल नाथ ने शानदार स्वागत और सात किमी लंबे रोड शो के बाद शाम को पोलो ग्राउंड एक जनसभा को संबोधित किया। ‘जन आभार रैली’ के बाद जनसभा में कमल नाथ ने सीधे भारतीय जनता पार्टी को निशाने पर लिया और कहा कि प्रदेश की जनता घोषणाएं सुनते-सुनते थक गई है। इसलिए वो घोषणाएं नहीं बल्कि काम करके दिखाएंगे। नाथ ने कहा कि अब घोषणाएं सरकार नहीं बल्कि वो अधिकारी करेंगे जिन्हें उनका क्रियान्वयन करना है।
कमल नाथ के मंच से कलेक्टर ने की घोषणाएं
अपने बयान को अमल में लाते हुए कमल नाथ ने छिंदवाड़ा से हुई इसकी शुरुआत भी की। उनकी मौजूदगी में कलेक्टर ने छिंदवाड़ा के लिए 237 करोड़ रुपए से भी ज्यादा के विकास कार्यों की घोषणा की। इनमें कृषि महाविद्यालय खोलने, एक मार्च 2019 से प्रतिदिन जल प्रदाय, वन विभाग के माध्यम से जिले के 1100 युवाओं को रोजगार संबंधित प्रशिक्षण, सड़क चौड़ीकरण आदि शामिल हैं। नाथ ने कहा, ‘घोषणाएं समय पर पूरी नहीं होने पर भी अधिकारी ही जिम्मेदार होंगे।’
छिंदवाड़ा से ही शुरू हुआ था कमल नाथ का करियर
मध्य प्रदेश में कड़ी जद्दोजहद के बाद चुनाव जीते कमल नाथ फिलहाल तीन दिनों के लिए अपने गृह क्षेत्र पहुंचे हैं। उन्होंने अपने चुनावी जीवन की शुरुआत भी यहीं से की थी। महज 34 साल की उम्र में 1980 में वे पहली बार यहां से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे। 1996 में उनकी पत्नी अलका नाथ और 1997 में सुंदरलाल पटवा यहां से सांसद बने थे। इसके अलावा 1980 से यह सीट हमेशा कमल नाथ के पास ही रही। मोदी लहर में पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पूरे प्रदेश में सिर्फ दो ही सीटों पर जीत मिली थी। उनमें एक छिंदवाड़ा भी शामिल थी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद अब वे विधानसभा का चुनाव भी छिंदवाड़ा से ही लड़ सकते हैं।