केरल के एर्नाकुलम जिले में 30 साल की एक दलित छात्रा से कथित बलात्कार और उसकी हत्या का मामला बुधवार को संसद में भी उठा। बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर केरल सरकार पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी सांसद तरुण विजय ने कहा कि केरल सरकार दलित लड़कियों की हिफाजत करने में नाकाम रही है। विजय के मुताबिक, यह निर्भया केस की पुनरावृत्‍त‍ि है। वहीं, सीपीएम के सीपी नारायणन ने भी यह मामला उठाया। उन्‍होंने कहा, ”पुलिस को निगरानी बढ़ाने की जरूरत है। यह देखने की जरूरत है कि हमारी माताओं और बहनों को सुरक्षा मिले।”

READ ALSO: केरल: ऑटोचालक ने दोस्तों के साथ किया दलित लड़की से गैंगरेप 

विरोध-प्रदर्शन
पुलिस ने रेप के मामले में पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया है। 28 अप्रैल की इस घटना के सामने आने के बाद केरल में आक्रोश फैल गया है। छात्रों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने मंगलवार और बाद में बुधवार को भी को इस घटना के विरोध में तिरुअनंतपुरम में प्रदर्शन किया। राज्य में 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इस घटना को लेकर राजनीति तेज हो गई है। केरल राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। वहीं केरल मानवाधिकार आयोग ने इस घटना की जांच अपराध शाखा से कराने को कहा है। वहीं, केरल सरकार ने मृतक छात्रा के परिवार को दस लाख रुपए का मुआवजा देने का एलान किया है।

क्‍या कहना है पुलिस का
पुलिस ने बताया कि 28 अप्रैल को एर्नाकुलम जिले के पेरूंबवूर में विधि की इस छात्रा से उसके ही घर में बलात्कार किया गया। उस पर धारदार हथियार से हमलाकर उसकी हत्या कर दी गई। रात में करीब आठ बजे जब उसकी मां काम से घर लौटीं तो उन्हें वह अपने एक कमरे के घर में खून से लथपथ मृत पड़ी मिली। इस छात्रा का परिवार काफी गरीब है। एर्नाकुलम रेंज के डीआईजी महिपाल यादव ने बताया कि गला घोंटने और गला दबाने के संकेत हैं। उसके गले, छाती और कई अन्य अंगों पर 13 जख्म हैं। कुछ रिपोर्ट में उसके शरीर पर करीब 20 जख्म होने की बात कही गई है। पुलिस के मुताबिक दो लोग हिरासत में लिए गए हैं। यादव की अगुवाई में एक पुलिस टीम उनसे पूछताछ कर रही है। हालांकि अबतक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये दोनों ही असली गुनाहगार हैं या नहीं। यादव ने कहा, ‘हमारी जानकारी और हमारी जांच के मुताबिक आरोपी एक ही व्यक्ति है। कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को इस महिला के घर से निकलते देखा।’ केरल पुलिस ने जांच के बारे में ब्योरे की जानकारी नहीं दी। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

संदिग्‍ध का स्‍केच जारी
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की की मां ने बताया कि उसकी बेटी ने एक साल पहले परेशान किए जाने की शिकायत पुलिस के पास दर्ज कराई थी, लेकिन इस बारे में कोई ध्‍यान नहीं दिया गया। पुलिस का यह भी कहना है कि लड़की ने जब मदद की गुहार लगाई तो पड़ोसियों ने इसे अनसुना कर दिया।

 

पुलिस ने संदिग्‍ध का स्‍केच जारी किया है।