ग्रेटर नोएडा में 50 लाख रुपए देकर फ्लैट खरीदने वाला शख्स अभी भी किराए के मकान में रहने को मजबूर है। फ्लैट पर उसे बेचने वाले ने ही कब्जा कर रखा है। पूरी रकम लेने और लिखा- पढ़ी पूरी होने के बाद कब्जा करने वाले पूर्व मकान मालिक और उसकी पत्नी ने चंद दिनों का समय मांगा था, लेकिन यह चंद दिनों का समय पौने दो साल में तब्दील हो गया है और वे कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं है। एसएचओ कासना के सामने भी आरोपी ने 20 फरवरी 2018 तक कब्जा छोड़ने का दावा किया था। 21 फरवरी को बात करने पहुंचे खरीदार ने आरोपी, उसकी पत्नी और बेटे पर मारपीट करने व 10000 रुपए निकालने का आरोप लगाया। मामले को लेकर थाना कासना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है।

लखनऊ के रहने वाले जितेंद्र प्रताप सिंह ने ओमेगा-2 स्थित मेडिसन टॉवर में फ्लैट संख्या 201 को 24 जून 2016 में खरीदा था। गुरुग्राम के रहने वाले विक्रेता राकेश कुमार और पत्नी अर्चना ने 50 लाख रुपए में फ्लैट बेचा था। अगस्त 2017 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में फ्लैट को जितेंद्र प्रताप के नाम पर स्थानांतरित कर लीज डीड भी उनके पक्ष में हो गई थी। जितेंद्र ने बताया कि रकम देने और दस्तावेजों की प्रक्रिया पूरी होने पर राकेश और उसकी पत्नी अर्चना ने किराए पर नया मकान ढूंढ़ने के लिए 10-15 दिनों की मोहलत मांगी।

लगातार समय बढ़ाते हुए 31 मार्च 2017 तक कब्जा न मिलने पर राकेश ने जितेंद्र के खिलाफ जिला अदालत में मामला दर्ज करा दिया। झूठे तथ्यों के आधार पर अदालत ने अगस्त 2017 में मामले को खारिज कर दिया।