फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में तैयार की गई एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि बिहार में इंटरमीडिएट की परीक्षा में कला विषय में अव्वल आने वाली रूबी राय की उत्तरपुस्तिका पर विशेषज्ञों ने उत्तर लिखे थे। रूबी उस समय खबरों में आई थी जब उसने परीक्षा परिणाम के बाद सवालों के जवाब में राजनीतिक विज्ञान (पॉलिटिकल साइंस) को ‘प्रोडिकल साइंस’ कहा था और कहा था कि इस विषय में खाना बनाना सिखाया जाता है।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने शनिवार को कहा कि फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार रूबी की उत्तरपुस्तिका पर लिखाई उसके हाथ की नहीं थी बल्कि विशेषज्ञों की थी जिन्होंने उसके लिए परीक्षा की उत्तरपुस्तिका पर लिखा था। एसएसपी ने कहा कि उत्तरपुस्तिकाओं के अध्ययन से यह बात भी सामने आई है कि उसकी कॉपियों पर अंकित अंकों के साथ कई बार छेड़छाड़ की गई।हाजीपुर में बिष्णुदेव राय कॉलेज की रूबी राय जून महीने में उस समय सुर्खियों में आई थी जब प्रदेश में अव्वल आने के बाद पूछे गए सवालों पर उसने राजनीतिक विज्ञान को ‘प्रोडिकल साइंस’ कहा था। उसके जवाबों के बाद के घटनाक्रम में बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) में चलने वाले नकल रैकेट का पर्दाफाश हुआ था।
राज्य सरकार ने इस मामले में जांच के लिए मनु महाराज की अगुआई में एसआइटी का गठन किया था। कुछ परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था।बारहवीं की परीक्षा में कला संकाय में रूबी और विज्ञान में सौरभ कुमार ने प्रदेश में टॉप किया था। इन दोनों की फिर से परीक्षा ली गई जिसमें उनका प्रदर्शन खराब रहने के बाद दोनों के परीक्षा परिणामों को निरस्त कर दिया गया था। इस रैकेट में शामिल होने के मामले में बीएसईबी के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह, उनकी पत्नी और पूर्व जद (एकी) विधायक उषा सिन्हा व बोर्ड के अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया।