बिहार में औरंगाबाद जिले के जंगलों में नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन दस कमांडो शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कोबरा इकाई के जवानों पर घात लगाकर आईईडी विस्फोट किया गया। इसके बाद सीआरपीएफ कमांडो और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी, जिसमें देर रात तक तीन नक्सली मारे गये। यह घटना गया से सटी सीमा के निकट चकरबंदा डुमरिनाला जंगलों में हुई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ”आठ जवान मौके पर ही शहीद हो गए, वहीं दो ने उस समय दम तोड़ दिया, जब उन्हें घायल अवस्था में ले जाया जा रहा था।” घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, इंसास राइफल और अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर भी बरामद किये गये। अधिकारियों ने बताया कि आईईडी विस्फोट के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में पांच अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। जवान 205वीं कोबरा बटालियन से संबद्ध थे और उन्हें बिहार में नक्सल विरोधी अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया था।
सीआरपीएफ ने जंगलों में विशेष युद्ध अभियान चलाने के लिए कोबरा का गठन किया है और यह हमला उन हमलों में से एक है, जिनमें कोबरा इकाई के सबसे ज्यादा जवान हताहत हुए हैं। राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के अतिरिक्त बल मौके पर पहुंच गये हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।