बेटिकट यात्रियों से जुर्माना के तौर पर पूर्व रेलवे ने बीते सात माह में करोड़ों रुपये की आमदनी की है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बुधवार को बताया कि 9 लाख 85 हजार 351 बेटिकट यात्रियों से 53 करोड़ 93 लाख 16 हजार 268 रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया।

यह उपलब्धि इस साल एक अप्रैल से 31 अक्‍टूबर तक की है। उनके मुताबिक पूर्व रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर बेटिकट यात्रियों को चेकिंग करने के लिए अधिकारी व कर्मचारी तैनात हैं। जो समय-समय पर टिकटों की जांच कर बेटिकट मुसाफिरों से जुर्माना की वसुली करते हैं। इससे पहले मंगलवार को पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अमर प्रकाश द्विवेदी ने भागलपुर-जमालपुर रेल खंड के तहत आने वाले स्टेशनों का निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने यात्रियों से जुड़ी सुरक्षा संबंधी जानकारी ली। रेलवे की अचल संपत्तियों और सुधार संबंधी संभावनाओं से वाकिफ हुए। साथ ही अमृत भारत के तहत स्टेशनों के जीर्णोद्धार योजना के तहत इस खंड के विभिन्न स्टेशनों के पुनर्विकास के काम की प्रगति का मुआयना किया। मगर रेल खंड पर पड़ने वाले स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं की शिकायतों का भी उन्हें सामना करना पड़ा।

दौरे में उनके साथ प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर अशोक महेश्वरी, प्रधान मुख्य विद्युत इंजीनियर वीरभद्र विश्वकर्मा, प्रधान मुख्य इंजीनियर अरुण कुमार चौधरी, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक रामधन मीणा और मंडल रेल प्रबंधक विकास चौबे समेत मालदा रेलवे मंडल के अन्य शाखा अधिकारी भी मौजूद थे।

महाप्रबंधक द्विवेदी ने क्युल जाने से पहले पड़ने वाले स्टेशन धनौरी रेलवे स्टेशन का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां के स्टेशन की बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की बारीकी से जांच की साथ ही स्थानीय नागरिकों से बातचीत की। लोगों ने यात्री सुविधाओं जैसे पीने का शुद्ध पानी, शौचालय, सूचना केंद्र, डिस्प्ले बोर्ड, ट्रेनों के ठहराव न होने की शिकायत की। जिसे महाप्रबंधक ने गम्भीरता से सुना। निरीक्षण के दौरान मार्ग में आने वाले स्टेशनों की साफ-सफाई और स्वच्छता, ट्रेन की सवारी गुणवत्ता समेत परिचालन संबंधी कार्यों का उन्होंने अवलोकन किया।

जमालपुर स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक अमर प्रकाश द्विवेदी की उपस्थिति में जमालपुर रेलवे स्टेशन पर क्रांतिकारी ‘सचेत-ट्रेनर’ और ‘मार्गदर्शक’ ऐप का प्रदर्शन किया गया। जिसे यात्री अनुभव को बदलने की क्षमता के लिए ‘मार्गदर्शक’ ऐप की सराहना की। और अपने उपयोगकर्ताओं के लाभ के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की पूर्व रेलवे की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “ये एप्लिकेशन परिचालन दक्षता और यात्री संतुष्टि दोनों को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए पूर्व रेलवे के समर्पण को रेखांकित करते हैं।”