सुशासन बाबू के राज में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं लेकिन उन्हें रोकने के लिए किसी भी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। अपराधी दिनदहाड़े बैंक से 39 लाख रुपए लेकर उड़ गए लेकिन पुलिस अभी तक उनका सुराग लगाने में नाकाम रही है। बता दें कि बांका जिले के चानन में भारतीय स्टेट बैंक सुबह के समय जैसे ही खुला उसमें कुछ हथियारबंद डकैत घुस गए। जिसके बाद वे कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर रखकर वहां से पैसे लेकर चंपत हो गए।

भागलपुर के डीआईजी सुशील खोपड़े द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बैंक कर्मचारियों ने जैसे ही बैंक खोला तो उनके पीछे-पीछे बैंक में 6 बदमाश ग्राहक बनकर बैंक में घुस गए। मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए इन सभी बदमाशों के हाथों में हथियार थे। इसके बाद बदमाशों ने बैंक कर्मचारियों पर हथियार तान दिए और उन्हें निर्देश दिया कि जितना भी बैंक में पैसा है वो को दे दें। डर के कारण कर्मचारियों ने तिजोरी खोलकर पैसा बदमाशों को दे दिया। इसके बाद बदमाशों ने बैंक के प्रबंधक और बाकी कर्मचारियों को जबरदस्ती बैंक के बाथरूम में घुसाकर उन्हें बंद कर दिया। कर्मचारियों को बाथरूम में बंद करने के बाद बदमाश वहां से भाग खड़े हुए। कर्मचारियों ने मदद के लिए बहुत शोर मचाया लेकिन बाथरूम में बंद होने के कारण उनकी आवाज किसी को सुनाई नहीं दी। इसके बाद कर्मचारियों ने बाथरूम की खिड़की का शीशा तोड़कर शोर मचाया तो लोग उनकी मदद के लिए आए और उन्हें बाथरूम से निकाला। इतना ही नहीं जाते-जाते बदमाश सीसीटीवी तोड़कर भी चले गए जिससे कि कोई उनका सुराग न लगा सके।

बाहर निकलते ही बैंक प्रबंधक ने डकैती की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों से पूछताछ कर इस मामले की जांच शुरु कर दी है। बैंक कर्मचारियों ने पुलिस को बदमाशों का हुलिया बताया जिसके बाद उनका स्कैच बनवाकर पुलिस उनकी तलाश कर रही है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बांका एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है तो ये भी हो सकता है कि यह काम नक्सली गिरोह का हो। फिलहाल पुलिस छानबीन कर रही है लेकिन उन्हें इस मामले में अभीतक कोई कामयाबी हासिल नहीं हो पाई है।