बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद महागठबंधन के नेता लगातार चुनाव आयोग पर सवाल खड़े कर रहे हैं। इसको लेकर न्यूज़ चैनलों में टीवी डिबेट भी हो रहे हैं। ‘न्यूज़ 24’ में एक शो के दौरान इसपर बहस हो रही थी तभी कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी जी ने चिराग पासवान को JDU और औवैसी को हमारे पीछे लगा दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा ” जिस तरह से मोदीजी ने चिराग पासवान को जेडीयू के पीछे लगाया, वैसे ही औवैसी को हमारे पीछे लगाया। उनका मैनेजमेंट अच्छा था और उन्होने पूरी तरह से हर हथकंडा अपनाते हुए लोकतंत्र की हत्या की। यह भी सच है।” कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज आप देखिये किस तरह से 12 से 13 सीटों को जीतने के बाद हरवाया गया है। जब किशनगंज में 5000 की भीड़ ने डीएम का घर घेर लिया। उसके बाद उनको जीत का सर्टिफिकेट दिया गया।”
आलोक शर्मा ने कहा : सीएम हाउस में बैठकर लोग रिटर्निंग ऑफिसर को फोन कर के कहते हैं कि रीकाउंटिंग कीजिये। इसको इतने वोट से हराइए। ऐसे में मोदी जी ने भारतीय लोकतंत्र को हारने का काम किया है।” वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, लेकिन चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में गया है। उन्होने 2015 चुनाव का जिक्र करते हुए कहा “2015 में भी महागठबंधन जीता था, लेकिन बीजेपी चोर दरवाजे से सरकार में आ गई थी।” तेजस्वी ने कहा “मेरी सीट पर तीन बजे तक प्रक्रिया पूरी हुई थी, लेकिन नतीजों का सर्टिफिकेट मुझे आधी रात को दिया गया।”
तेजस्वी ने सवाल पूछा कि रात के अंधेरे में ईवीएम रखी हुई गाड़ी इधर उधर क्यों की जा रही थी। पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया पहले होनी चाहिए थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, आखिर क्यों? तेजस्वी ने मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज को सीलबंद कर रखने की आयोग से अपील की है। उन्होंने कहा कि नियमानुसार 40 दिनों तक फुटेज और ईवीएम को सुरक्षित रखा जाये। तेजस्वी ने कहा कि आश्चर्य हो रहा है कि बड़ी तादाद में पोस्टल बैलेट्स को रद्द किया गया।