बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होने है। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के घटल दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार से नाराज़ होकर बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसे लेकर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बड़ा बयान दिया है।

चिराग ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा है कि उनके पिता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने उन्हें बिहार में अकेले चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया था। एनडीटीवी ने चिराग से पूछा कि राजनीतिक उठापटक के बीच अपने अपने पिता को खो दिया। हालही में अपने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया है और उस दौरान आप बहुत भावुक भी हो गए थे। इसपर एलजेपी अध्यक्ष ने कहा “हां ये सब मेरे लिए काफी मुश्किल है और मैं उन्हें बहुत मिस करता हूं।”

चिराग ने आगे कहा “ऐसी परिस्थिति के लिए कोई भी पहले से तैयार नहीं रहता। सच कहूं तो इस वक़्त मैं यह सब के लिए बिलकुल भी तैयार नहीं था। चुनाव हैं और वे मेरे साथ नहीं है। वे मेरी ताकत थे। मैं हमेशा सोचता था कि वे मेरे साथ हैं और मैं पूरी दुनिया से लड़ सकता हूं। लेकिन अब वे नहीं हैं। लेकिन मैं कमजोर नहीं हुआ हूं, आगे भी मैं लड़ता रहूँगा।”

चिराग ने कहा “मुझे उनके सारे सपने पूरे करने है। उसका यह सबसे बड़ा सपना था कि पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़े। वे मुझे इसके लिए प्रोत्साहित करते थे। वे मुझे कहते थे 2005 में मैंने यह फैसला लिया था। तुम तो अभी युवा हो तुम यह फैसला क्यों नहीं लेते।”

एलजेपी नेता ने कहा “वे कहते थे अकेले चुनाव लड़ो तभी पार्टी बढ़ेगी। उन्होने कहा था कि अगर तुम्हारी वजह से जो अभी राज्य का मुख्य मंत्री है वह फिर से अगले पांच साल के लिए सीएम बन जाता है तो, अगले 10 साल बाद तुम्हें पछतावा होगा कि तुम्हारी वजह से बिहार की यह हालत है।”

पासवान ने कहा कि जब यह सब चल रहा था और उनके अस्पताल जाने से पहले बीजेपी नेता नित्यानंद राय, शाहनवाज हुसैन, रामकृपाल यादव मिले थे। सब से उन्होने इस बारे में चर्चा की थी।