प्रतिबंधित संगठन सिमी के आठ सदस्य सोमवार को भोपाल में पुलिस के साथ एक कथित मुठभेड़ मारे गए। ये सभी सोमवार तड़के भोपाल सेंट्रल जेल से एक गार्ड की हत्या करके फरार हो गए थे। हालांकि, इस एनकाउंटर को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पुलिस एक ओर जहां बता रही है कि जब वे सिमी सदस्यों को पकड़ने पहुंचे तो उन्होंने पुलिस टुकड़ी पर फायरिंग शुरू की दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और आठों सिमी सदस्य मारे गए। लेकिन मौके पर बनाए गए एक वीडियो में पुलिसकर्मी एक सिमी सदस्य की शर्ट के नीचे दबे चाकू निकालते और उसे दोबारा से वहां रखता हुआ दिख रहा है।’ हालांकि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जेल से फरार होने के मामले की जांच करेगी। कैदियों के जेल से फरार होने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने पांच अधिकारियों के निलंबित कर दिया है, इनमें जेल अधिक्षक भी शामिल है। आईजी योगेश चौधरी ने बताया कि जेल से फरार कैदियों के पास हथियार थे और जब पुलिस टुकड़ी उन्हें पकड़ने पहुंची तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।
यहां देखें मुठभेड़ का वीडियो
इन सिमी सदस्यों को पुलिस ने गुनगा थाना क्षेत्र में ईंटखेड़ी गांव के पास घेर कर एनकाउंटर में ढेर किया था। इनमें जाकिर हुसैन सादिक, मोहम्मद सलीक, महबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील, अमजद, शेख मुजीब और मजीद शामिल थे। जेल से फरार होने के बाद इन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। जेल के बी ब्लॉक में बंद सिमी के आठों सदस्य चादर की मदद से दीवार फांदकर फरार हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उन लोगों ने कुछ लोगों को भागते हुए देखा था। जब उन लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की तो वे उन पर पत्थर फेंकने लगे। इसके तुरंत बाद गांववालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर तुरंत पहुंची पुलिस ने थोड़ी ही देर में एनकाउंटर में इन सभी को मार गिराया।
वीडियो में देखें- पुलिस मुठभेड़ में मारे गए जेल से भागे आठ सिमी सदस्य
