उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल एक बार फिर विवादों में घिर गईं। जब बहराइच के गांव में लगी उनकी चौपाल में भीड़ दिखाने के लिए स्कूली बच्चों का सहारा लिया गया। आठ घंटे तक बच्चे मंत्री के इंतजार में भूख-प्यास से बेहाल हुए तो रोने लगे। कार्यक्रम में मंत्री के देरी से पहुंचने पर सवाल खड़े हो गए। बताया जाता है कि गांव में चौपाल का कार्यक्रम दिन में 12 बजे रखा गया था, जबकि मंत्री आठ बजे पहुंचीं।इसके कारण बच्चों को करीब आठ घंटे तक भूखे बैठना पड़ा। जब मंत्री की जानकारी में घटना आई तो उन्होंने शिक्षकों के सिर पर दोष मढ़ दिया।
Bahraich: School children allegedly kept hungry at an event attended by State Minister, Anupama Jaiswal. Students were allegedly seated at 12 pm while event began at 8 pm. Minister says, ‘I don’t know why children were seated 8 hours in advance, concerned teachers are answerable’ pic.twitter.com/PTmnLIoCu5
— ANI UP (@ANINewsUP) May 5, 2018
मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कहा- मैं नहीं जानती की बच्चों को आठ घंटे पहले ही क्यों बैठा लिया गया, संबंधित शिक्षक इसके लिए जिम्मेदार हैं।गांव के लोगों के मुताबिक स्कूली बच्चों को मंत्री अनुपमा जायसवाल के स्वागत के लिए बुलाया गया था।दरअसल शुक्रवार की रात बहराइच के गांव इटौंझा के प्राथमिक स्कूल में मंत्री जायसवाल की चौपाल लगनी थी। उन्हें यूं तो दोपहर में पहुंचना था मगर वह काफिले के साथ पहुंची रात में। छात्रों के मुताबिक उनके शिक्षकों ने उन्हें मंत्री अनुपा जायसवाल के दौरे को सफल करने के लिए बुलाया।मंत्री के इंतजार में बच्चे पूरे आठ घंटे तक बैठे रहे। इस दौरान न तो स्कूल के शिक्षकों ने और न ही प्रशासन ने उनके जलपान की व्यवस्था की। इस दौरान कुछ बच्चे रोने लगे। बता दें कि हाल में मंत्री अनुपमा जायसवाल एक विवादित बयान से भी सुर्खियों में रहीं थीं, जिसमें उन्होंने कहा था कि दलितों के घर मच्छर काटते हैं, फिर भी तमाम मंत्री उनके घरों पर आते हैं।