Guna Hanuman Jayanti Procession: मध्य प्रदेश के गुना में हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर बागेश्वर धाम के कथावाचक आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान दिया है। धीरेंद्र शास्त्री ने सोमवार को न्यूज एजेंसी ANI के साथ बातचीत में कहा कि गुना में हुई घटना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को डराने के लिए विशेष मजहब के लोग अपने मजहब का भौकाल बनाने के लिए इस तरह के कामों को प्रायोजित तरीके से कर रहे हैं।

बताना होगा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री टीवी, सोशल मीडिया पर बेहद पॉपुलर हैं और वह अपने दरबार में लोगों के मन की बात बताने का दावा करते हैं। उनके दरबार में लोग अपनी अर्जी लगाते हैं। बाबा बागेश्वर की कथाओं में बड़ी संख्या में लोग आते हैं।

अपने बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि किसी की भी आस्था पर पत्थर फेंकने से इस बात का पता चलता है कि ऐसा करने वाला इंसान ना तो मनुष्य कहलाने लायक है और ना ही वह जीने लायक है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भारत सरकार को फांसी की सजा दे देनी चाहिए चाहे वह व्यक्ति किसी भी परंपरा को मानने वाला हो।

….घरों पर बुलडोजर चला दिया जाना चाहिए

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से अपील करते हैं कि ऐसे लोगों के घरों पर बुलडोजर चला दिया जाना चाहिए। बताना होगा कि गुना में शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान जबरदस्त झड़प हुई थी। यह झड़प तब हुई जब जुलूस कर्नलगंज इलाके में मस्जिद के पास से गुजर रहा था। पुलिस के अनुसार, दो समुदायों के सदस्यों के बीच नारेबाजी के बाद पथराव हुआ और बवाल बढ़ गया। पथराव में कुछ लोग घायल हो गए थे।

कार्रवाई में जुटी पुलिस

पुलिस ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान ना दें। गुना में हुई हिंसा के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पुलिस इस मामले में लगातार मुकदमे दर्ज कर रही है और उसने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

मस्जिद के नजदीक से गुजर रहा था हनुमान जयंती का जुलूस, पथराव के बाद जबरदस्त बवाल, FIR दर्ज

पुलिस का कहना है कि वह लगातार पत्थरबाजी और हिंसा की घटना में शामिल लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने विक्की पठान नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है जिस पर हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना का मास्टरमाइंड होने का आरोप है। बताया जा रहा है कि पठान ने अपने बेटे के साथ मिलकर पत्थरबाजी की घटना को अंजाम दिया। इस मामले में दोनों समुदायों के लोगों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।

यह भी पढ़ें- हनुमान जयंती पर नेपाल में भी हुई थी हिंसा, शोभायात्रा के दौरान पथराव; कर्फ्यू लगाना पड़ा