अरुणाचल प्रदेश के बॉमडिला में हाल ही में अरुणाचल स्काउट्स (AS) के कर्मियों और प्रदेश पुलिस के बीच टकराव की खबरें आई थीं। राज्य के डीजीपी को इस मामले में भेजी गई रिपोर्ट में घटना के बारे में जानकारी दी गई। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सैन्यकर्मी ने अपनी एलएमजी स्थानीय एसपी पर तान दी। वहीं, दूसरे सैनिक हवाई फायरिंग करते रहे, ताकि पुलिस और जिला प्रशासन को डराया जा सके। बता दें कि सैनिकों और पुलिस के बीच यह टकराव इस साल 2 नवंबर को हुआ था, जबकि एक दिन पहले अरुणाचल स्काउट्स के दो कर्मियों को खराब बर्ताव के आरोप में हिरासत में लिया गया था।

डीजीपी को भेजी गई रिपोर्ट में एसपी राजा बंथिया ने बताया कि अरुणाचल स्काउट्स के कई कर्मियों ने ‘दाव, खुखरी और हथियार लहराए’ और अरुणाचल स्काउट्स के वे दो अफसर ‘सैन्यकर्मियों के समूह को उकसा रहे थे।’ बंथिया की डीजीपी को भेजी गई रिपोर्ट सीएम पेमा खांडू और गवर्नर बीडी मिश्रा को भेजी जा सकती है। पश्चिमी कमांग जिले की पुलिस ने कम से कम 5 सैन्यकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अरुणाचल स्काउट्स के दो सैन्यकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस परिसर में तोड़फोड़ की, पुलिसवालों और एक आम नागरिक से मारपीट भी की।

रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया। वहीं, सूत्रों का कहना है कि इस मामले में शामिल होने के आरोपी सैन्यकर्मियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद उचित विभागीय कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आर्मी चीफ विपिन रावत ने घटना जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई भी जवान दोषी पाया जाता है तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’

अपनी रिपोर्ट में एसपी ने जिक्र किया है कि 2 नवंबर को किस तरह नशे की हालत में दो सैन्यकर्मियों ने स्थानीयों के साथ बवाल किया। घटना पश्चिम कमांग जिले के बॉमडिला में चल रहे बुद्ध महोत्सव के दौरान बुगुन हट के नजदीक हुई। एसपी के मुताबिक, पुलिस ने सैन्यकर्मियों को शांत होने और वहां से जाने के लिए कहा लेकिन वे वापस लौटकर एक पुलिस बूथ के नजदीक स्थानीय लोगों से झगड़ा करने लगे। उनमें से एक ‘अमर्यादित भाषा’ का इस्तेमाल कर रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘पुलिस ने हालात नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन वे बॉमडिला पुलिस स्टेशन के इंचार्ज से भिड़ गए और महिला पुलिसकर्मियों से भी बदसलूकी की।’

एसपी के मुताबिक, दोनों सैन्यकर्मियों को पुलिस स्टेशन के लॉकअप में बंद किया गया। वहां ‘सादे कपड़ों में अरुणाचल स्काउट्स के 20 से 30 कर्मी पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठे हुए, जो बवाल मचाने लगे थे।’ एसपी की रिपोर्ट के मुताबिक, रात करीब 10 से साढ़े 10 के करीब, अरुणाचल स्काउट्स के एक मेजर ने उनके बुरे बर्ताव के लिए माफी मांगी और उन्हें छोड़ने के लिए कहा। रिपोर्ट के मुताबिक, अफसर ने इस बात का भी भरोसा दिया कि जांच के लिए आवश्यकता पड़ने पर दोनों आरोपियों को पेश किया जाएगा।

रिपोर्ट में यह भी लिखा है, ‘पुलिस के लिए अपशब्द कहते हुए वे पुलिस स्टेशन से चले गए। उन्होंने एसपी को भी धमकी दी कि अपने एसपी से कह देना कि जहां भी वो मिलेगा, हम उसे मार डालेंगे। इसके बाद यह भी धमकी दी कि वे पूरी सैन्य टुकड़ी पुलिस स्टेशन ले आएंगे और पुलिस स्टेशन की इमारत जला देंगे।’

एसपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दिन सेना के दो कमांडिंग अफसरों ने पुलिस स्टेशन इंचार्ज को धमकी दी कि ‘अगर उसने उनके लड़कों को दोबारा छूने की कोशिश की तो वह पुलिस स्टेशन और अपने घर के बीच मारा जाएगा।’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘इसके बाद जानकारी मिली कि सीओ के साथ 30 से 40 वर्दीधारी भारी हथियारों से लैस सैनिक तीन ट्रकों में बैठे थे।’ एसपी के मुताबिक, उन्हें दोपहर 12 बजकर 55 मिनट पर हालात की जानकारी मिली, जिसके बाद वह पुलिस स्टेशन पहुंचे।